नशे के खात्मे के लिए CID का खास अभियान प्रधाव शुरू, शिक्षा मंत्री ने किया शुभारंभ

Edited By Vijay, Updated: 25 Feb, 2023 11:46 PM

cid s special campaign pradhav started to eliminate drugs

हिमाचल प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए स्टेट सीआईडी का खास अभियान प्रधाव आरंभ हो गया है। इसकी शुरूआत शनिवार को राज्य पुलिस मुख्यालय से विचार मंथन के माध्यम से हुई। अभियान का शुभारंभ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने किया। इसमें तय हुआ कि नशे की बढ़ती...

शिमला (रमेश सिंगटा): हिमाचल प्रदेश में नशे के खात्मे के लिए स्टेट सीआईडी का खास अभियान प्रधाव आरंभ हो गया है। इसकी शुरूआत शनिवार को राज्य पुलिस मुख्यालय से विचार मंथन के माध्यम से हुई। अभियान का शुभारंभ शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने किया। इसमें तय हुआ कि नशे की बढ़ती समस्या के समाधान के लिए ऑनलाइन पोर्टल खोला जाएगा। इसमें 16 से 25 आयु वर्ग के युवा अपने प्रस्ताव दे सकेंगे। प्रदेश के युवाओं में मादक पदार्थ विशेष रूप से कृत्रिम नशीले पदार्थ जैसे हैरोइन, चिट्टा आदि के नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के बारे में भी राज्य सरकार चिंतित है। देवभूमि से नशीले पदार्थों के उन्मूलन की लड़ाई में राज्य के युवाओं के साथ सहयोग करने के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस के राज्य गुप्तचर विभाग ने पुलिस मुख्यालय में एक विचार मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें कहा गया कि प्रदेश के युवाओं में मादक पदार्थ विशेष रूप से कृत्रिम नशीले पदार्थ जैसे हैरोइन, चिट्टा आदि के नशे की बढ़ती प्रवृत्ति बारे में भी राज्य सरकार चिंतित है। 

इन संस्थानों ने लिया भाग
कार्यक्रम में राज्य के प्रमुख शिक्षण संस्थानों के छात्रों की भागीदारी रही, जिनमें आईआईटी मंडी, आईआईएम सिरमौर, शूलिनी विश्वविद्यालय, चितकारा विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, डिग्री कॉलेज संजौली, आरकेएमवी, कोटशेरा कॉलेज, सेंट बीड्स कॉलेज, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र, मनोविज्ञान और कानून विभाग के प्रतिभागियों ने भाग लिया। इसमें अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक राज्य गुप्तचर विभाग सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने युवाओं से नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर सत्र के दौरान अपने विचारों को सांझा किया। उन्होंने पूरे अभियान की रूपरेखा के बारे में भी जानकारी दी।

देश में कितने करोड़ हैं नशे से पीड़ित
पुलिस महानिदेशक(डीजीपी) संजय कुंडू ने कहा कि भारत सरकार के एक सर्वेक्षण के अनुसार 2019 में देश में 7 करोड़ नशे से पीड़ित व्यक्ति थे। यह संख्या आने वाले वर्षों में काफी बढ़ सकती है। यह देश के विकास के लिए हानिकारक होगी। उन्होंने व्यक्तिगत प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय समस्या से लडऩे के लिए एक प्रणालीगत तंत्र विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश पंजाब की तरह अपनी एक युवा पीढ़ी नहीं खोएगा।

नशे की समस्या से लड़ने के लिए ठोस नीति जरूरी : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग से लड़ने के लिए एक ठोस नीति बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने समाज के हर वर्ग को इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए उत्साह के साथ काम करने के लिए आग्रह किया। उन्होंने नशे के प्रति सरकार की जीरो टॉलरैंस नीति को दोहराया। उन्होंने कहा कि दुरुपयोग से लड़ने की जिम्मेदारी केवल एक विभाग को नहीं दी जा सकती है, बल्कि इसके लिए विभिन्न विभागों को ठोस प्रयास करने होंगे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अभिषेक त्रिवेदी और पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

10 व 24 मई को होंगे कार्यक्रम
युवाओं के माध्यम से आने वाले प्रस्तावों को और अधिक परिष्कृत करने के लिए 10 और 24 मई को जिला स्तर और रेंज स्तर के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस कार्यक्रम का समापन मादक पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर 26 जून को शिमला में निर्धारित किया गया है। इसमें तीन सर्वश्रेष्ठ प्रस्तावों को छंटनी करने के बाद 1.5 लाख रुपए प्रथम, 1 लाख रुपए द्वितीय और 75000 रुपए का तृतीय पुरस्कार दिया जाएगा।

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