Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Jul, 2017 12:51 AM
कपड़ा व्यापारी केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए जी.एस.टी. के विरोध में नहीं हैं लेकिन कपड़ा व्यापारियों पर लगाए गए जी.एस.टी. का वे विरोध करते हैं।
कुल्लू: कपड़ा व्यापारी केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए जी.एस.टी. के विरोध में नहीं हैं लेकिन कपड़ा व्यापारियों पर लगाए गए जी.एस.टी. का वे विरोध करते हैं। कपड़ा व्यापारियों पर जी.एस.टी. लागू करके कपड़ा व्यापारियों को तबाह करने की साजिश रची गई है। यह बात वीरवार को बचत भवन में क्लॉथ एसोसिएशन की बैठक के बाद एसोसिएशन के प्रधान मनदीप सिंह ने पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गए लेकिन किसी भी सरकार द्वारा कपड़े पर टैक्स नहीं लगाया गया। यह सभी जानते हैं कि जब नया-नया कोई सूट दुकान में बिकता है तो उसकी कीमत और होती है लेकिन कुछ ही दिनों के बाद कीमत आधे से भी कम रह जाती है और कुछ ही समय बाद डैड स्टॉक का रूप धारण कर लेता है।
कपड़ा व्यापारियों को उठाना होगा नुक्सान
उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. लागू होने के बाद कपड़ा व्यापारियों को धीरे-धीरे नुक्सान उठाना पड़ेगा और एक वक्त आएगा कि कपड़ा व्यापारियों को अपने परिवार का भरण-पोषण करना कठिन हो जाएगा और व्यापारी कपड़े का कारोबार छोडऩे पर विवश हो जाएंगे। प्रत्येक कपड़ा व्यापारी के पास लाखों रुपए का डैड स्टॉक पड़ा हुआ है। वे किस प्रकार उस स्टॉक पर जी.एस.टी. अदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार कपड़े पर आरंभ में ही एक बार टैक्स लगा ले उसके बाद टैक्स न लगाया जाए।
नम्बर को नहीं करेंगे आवेदन
उन्होंने कहा कि क्लॉथ एसोसिएशन कुल्लू व भुंतर के व्यापारियों ने फैसला लिया है कि वे जी.एस.टी. नम्बर के लिए आवेदन नहीं करेंगे और अपना आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपनी मांगों के संदर्भ में एक ज्ञापन डी.सी. कुल्लू के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजा जाएगा। इस अवसर पर व्यापार मंडल के प्रधान राकेश कोहली ने भी कपड़ा व्यापारियों को हरसंभव सहयोग देने की बात कही। प्रैस वार्ता में प्रमुख व्यापारी श्याम चावला व देवेंद्र पाल सहित अन्य मौजूद रहे।