Edited By Vijay, Updated: 21 Feb, 2019 09:23 PM
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे गुस्साए अभ्यर्थियों ने 21 दिन बाद भी परीक्षा परिणाम न निकालने के बाद वीरवार से अनशन शुरू कर दिया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जे.ओ.ए. (आई.टी.)-556 का परीक्षा परिणाम एक...
हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे गुस्साए अभ्यर्थियों ने 21 दिन बाद भी परीक्षा परिणाम न निकालने के बाद वीरवार से अनशन शुरू कर दिया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जे.ओ.ए. (आई.टी.)-556 का परीक्षा परिणाम एक अनसुलझी पहेली बनता जा रहा है, जिसने बेरोजगार युवाओं को इंतजार के अलावा कुछ नहीं दिया है, वहीं सर्दियों के इस मौसम में बरसात जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जिन्होंने उन्हें विपरीत परिस्थितियों में डाल दिया है। इंतजार भरे आश्वासनों से बेरोजगार युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
ई-मेल के माध्यम से आयोग को प्रेषित किया ज्ञापन
अभ्यर्थियों का कहना है कि जब भी वे अपने परीक्षा परिणाम के बारे में आयोग के अधिकारियों को पूछते हैं तो हमेशा उन्हें कार्यालय के बाहर से उठ जाने के सुझाव दिए जाते हैं, वहीं इस बार अभ्यर्थियों ने अनशन पर बैठने संबंधित ज्ञापन ई-मेल के माध्यम से आयोग को प्रेषित किया है।
सरकार व आयोग की होगी अनशन की सारी जिम्मेदारी
अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्हें उनका परीक्षा परिणाम चाहिए, न कि किसी प्रकार के सुझाव या आश्वासन। अभ्यर्थियों राज ठाकुर, अंकुश शर्मा, राहुल, सुनील, सचिन, अजय कुमार, पंकज व निखिल शर्मा आदि का कहना है कि इस अनशन के दौरान जो भी विकट परिस्थितियां पैदा होती हैं तो उसके लिए सरकार व आयोग जिम्मेदार होंगे।