Edited By Vijay, Updated: 27 Sep, 2025 11:47 AM

बिलासपुर काॅलेज में 'जैनरेटिव आर्टिफिशियल इंटैलिजैस (एआई) विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को तेजी से बदलती इस तकनीक के अवसरों और चुनौतियों से अवगत कराना था।
बिलासपुर (विशाल): बिलासपुर काॅलेज में 'जैनरेटिव आर्टिफिशियल इंटैलिजैस (एआई) विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक समापन हो गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को तेजी से बदलती इस तकनीक के अवसरों और चुनौतियों से अवगत कराना था। कार्यशाला के समापन समारोह में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पीएस कटवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
कार्यशाला में मुख्यवक्ता के तौर पर आमंत्रित विशेषज्ञ गौरव शर्मा ने जैनरेटिव एआई के दोहरे पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे यह तकनीक एक ओर रचनात्मक कार्यों और समस्याओं के समाधान में क्रांति ला सकती है, वहीं दूसरी ओर इसके दुरुपयोग से गलत सूचना फैलने और नौकरियों पर संकट जैसे खतरे भी हैं। उन्होंने उपस्थित प्रतिभागियों को इसके सकारात्मक और नैतिक उपयोग के लिए प्रेरित किया।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पीएस कटवाल ने बीसीए विभाग के संयोजक डॉ. अश्वनी को इस सामयिक और महत्वपूर्ण विषय पर कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि एआई अब केवल एक लर्निंग मशीन नहीं रही, बल्कि यह हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का अभिन्न अंग बन चुकी है। गाने सुनने से लेकर हमारी गाड़ी और घर के ऑटोमैटिक लॉक तक, हर जगह एआई का कब्जा होने लगा है, ऐसे में इस तकनीक को समझना हम सभी के लिए आवश्यक है।
कार्यक्रम के अंत में संयोजक डॉ. अश्वनी और बीसीए विभाग के प्रो. तेज सिंह ने मुख्य अतिथि, मुख्यवक्ता, सभी शिक्षकों और प्रतिभागियों का इस कार्यशाला को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर उपप्राचार्य प्रो. प्रेमजीत, प्रो. रंजीत, डॉ. रितु शर्मा, डॉ. विजय, डॉ. नम्रता पठनिया, डॉ. जसवाल तथा डॉ. अंकुर शर्मा सहित अन्य स्टाफ सदस्य प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।