Edited By Kuldeep, Updated: 01 Jun, 2022 06:04 PM
हमीरपुर जिले की बिझड़ी तहसील की ग्राम पंचायत झंझयानी के गांव मलेहड़ा के भारतीय सेना की पंजाब रैजीमैंट में कार्यरत हवलदार राकेश कुमार की पार्थिव देह चौथे दिन बुधवार को उनके पैतृक गांव में पहुंची।
बड़सर/बिझड़ी (वेद/सुभाष): हमीरपुर जिले की बिझड़ी तहसील की ग्राम पंचायत झंझयानी के गांव मलेहड़ा के भारतीय सेना की पंजाब रैजीमैंट में कार्यरत हवलदार राकेश कुमार की पार्थिव देह चौथे दिन बुधवार को उनके पैतृक गांव में पहुंची। हवलदार राकेश कुमार लेह-लद्दाख में कार्यरत थे और 29 मई को अचानक बीमार होने के चलते उसकी मृत्यु हो गई। लेह-लद्दाख में मौसम खराब होने के चलते हवलदार राकेश कुमार की पार्थिव देह उनके पैतृक गांव में पहुंचाने में देरी हुई। जैसे ही हवलदार का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो सैंकड़ों की तादाद में वहां पर लोग मौजूद थे। हवलदार राकेश की पत्नी फूट-फूटकर रो रही थी और दोनों बच्चे अपने पापा से बात करने के लिए तड़प रहे थे। बताते चलें कि राकेश कुमार एक माह पहले ही घर से छुट्टी काटकर गए थे और उनके माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। हवलदार राकेश कुमार की पाॢथव देह को लेकर आई पंजाब रैजीमैंट की सैनिक टुकड़ी ने अंतिम संस्कार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ करवाया और राकेश कुमार को अंतिम सलामी दी।
राकेश कुमार के बेटे ने चिता को मुखाग्नि दी और अंतिम संस्कार में जिला प्रशासन की ओर से एस.डी.एम. बड़सर शशि पाल शर्मा, स्थानीय तहसीलदार व पुलिस कर्मियों सहित स्थानीय विधायक इंद्रदत्त लखनपाल व कामगार बोर्ड के बोर्ड के अध्यक्ष के अलावा सैंकड़ों लोग मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और बड़सर के पूर्व विधायक बलदेव शर्मा ने हवलदार राकेश की मृत्यु पर शोक प्रकट किया है और उनके परिवार को सांत्वना दी है। एस.डी.एम. बड़सर शशि पाल शर्मा ने हवलदार राकेश कुमार के परिजनों को 5 लाख रुपए मौके पर प्रदान किए, वहीं विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने हवलदार राकेश कुमार के घर जाकर उसके पत्नी व बच्चों को ढांढस बंधाया और हरसंभव उनकी सहायता करने का आश्वासन भी दिया।