Edited By Vijay, Updated: 10 Jan, 2024 10:48 PM
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) और काॅलेजों में कार्यरत असिस्टैंट प्रोफैसरों को अब पीएचडी करने के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया है। पीएचडी की किसी भी कैटेगरी में अब बिना प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण किए प्रवेश नहीं मिलेगा।
शिमला (अभिषेक): हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) और काॅलेजों में कार्यरत असिस्टैंट प्रोफैसरों को अब पीएचडी करने के लिए प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य कर दिया है। पीएचडी की किसी भी कैटेगरी में अब बिना प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण किए प्रवेश नहीं मिलेगा। इस मामले को लेकर बीते दिसम्बर माह मेें हुई कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक मेें विस्तृत चर्चा हुई थी और इस संबंध में निर्णय लिया गया था। इसके बाद अब विश्वविद्यालय ने अधिसूचना जारी कर दी है।
हालांकि पूर्व में लिए गए निर्णय के तहत हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और काॅलेजों में कार्यरत असिस्टैंट प्रोफैसरों के लिए पीएचडी में प्रवेश के लिए प्रत्येक पीएचडी कोर्स में एक-एक सुपरन्यूमरेरी सीट रखी गई है। यानी कि विश्वविद्यालय की नई अधिसूचना के अनुसार विश्वविद्यालय व काॅलेजों में कार्यरत असिस्टैंट प्रोफैसरों के लिए प्रत्येक पीएचडी कोर्स में प्रवेश के लिए अलग से एक सीट आरक्षित रखने का कोटा बरकरार रहेगा लेकिन प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने की शर्त को लागू कर दिया गया है।
बताते चलें कि कुछ वर्ष पूर्व काॅलेजों में कार्यरत शिक्षकों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से पीएचडी करने के लिए सीट आरक्षित रखने की मांग उठाई थी। काॅलेजों के शिक्षकों की ओर से लगातार मांग उठाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीएचडी कोर्स में एक-एक अतिरिक्त सीट हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के असिस्टैंट प्रोफैसरों के साथ-साथ विश्वविद्यालय से संबद्ध काॅलेजों के शिक्षकों के लिए अलग से आरक्षित की थी। इसके बाद वरिष्ठता के आधार पर काॅलेज के शिक्षकों को पीएचडी करने का मौका मिला रहा था लेकिन अब पीएचडी प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी ही होगी।
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