Edited By Ekta, Updated: 16 Jul, 2018 01:28 PM
केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में 5 सितम्बर को दिल्ली में प्रदर्शन रैली की जाएगी, जिसमें मंडी जिला से एक हजार मजदूर हिस्सा लेंगे। मजदूर संगठन सीटू जिला कमेटी की बैठक रविवार को कामरेड ताराचंद भवन मंडी में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता...
मंडी (कुलभूषण): केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में 5 सितम्बर को दिल्ली में प्रदर्शन रैली की जाएगी, जिसमें मंडी जिला से एक हजार मजदूर हिस्सा लेंगे। मजदूर संगठन सीटू जिला कमेटी की बैठक रविवार को कामरेड ताराचंद भवन मंडी में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह व महासचिव राजेश शर्मा ने की, जिसमें विभिन्न मुद्दे पेश किए गए। इसके अलावा 9 अगस्त को मनरेगा मजदूरों के प्रदर्शन खंड स्तर पर किए जाएंगे, जिसके तहत मजदूरों को राज्य सरकार से अन्य दिहाड़ीदारों के बराबर 225 रुपए की दिहाड़ी देने की मांग की जाएगी।
जिला प्रधान भूपेंद्र सिंह ने कहा कि मनरेगा व अन्य निर्माण मजदूरों के लिए बने हिमाचल प्रदेश श्रमिक कल्याण बोर्ड का कार्य वर्तमान भाजपा सरकार के 7 महीनों में रुक गया है, क्योंकि भाजपा सरकार पिछले 7 महीनों से इस बोर्ड के अध्यक्ष की नियुक्ति अभी तक नहीं कर पाई है जिस कारण मजदूरों के लाभ बोर्ड से नहीं मिल रहे हैं। मनरेगा और निर्माण मजदूर इसके खिलाफ 9 अगस्त को प्रदर्शन करेगी और 28 जुलाई को जिला का सम्मेलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मिड-डे मील कार्यकत्र्ताओं की मांगों को लेकर 27 व 28 जुलाई को मंडी में 24 घंटे का महाधरना आयोजित किया जाएगा। 14 अक्तूूबर को जिला सम्मेलन मंडी में किया जाएगा। मिड-डे मील यूनियन का जिला सम्मेलन 4 सितम्बर को मंडी में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को मजदूरों की मांगों के बारे अभियान मंडी में आयोजित किया जाएगा। बैठक में मंडी शहर में जिला प्रशासन व नगर परिषद द्वारा अपनी रेहडिय़ां हटाने बारे बार-बार दिए जा रहे नोटिसों की ङ्क्षनदा की और मांग भी की गई कि नगर परिषद शहर में स्ट्रीट वैंडर्स एक्ट के तहत निर्धारित स्थानों से रेहड़ी-फड़ी वालों को न हटाए।