Edited By Ekta, Updated: 11 Aug, 2018 09:58 AM
श्री आनंदपुर साहिब व श्री नयनादेवी जी के बीच रोप-वे बनाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच रोप-वे स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन को बहाल करने पर सहमति बन गई है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही इस रोप-वे परियोजना की प्रक्रिया पुन: शुरू...
शिमला (अभिषेक): श्री आनंदपुर साहिब व श्री नयनादेवी जी के बीच रोप-वे बनाया जाएगा। हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बीच रोप-वे स्थापना के लिए समझौता ज्ञापन को बहाल करने पर सहमति बन गई है। प्रदेश की भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही इस रोप-वे परियोजना की प्रक्रिया पुन: शुरू करने का मामला पंजाब सरकार के समक्ष उठाया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को यहां बताया कि उन्होंने बीते 26 फरवरी को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ इस मुद्दे को उठाया था और इसके बाद सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस संबंध में पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में थे।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना हिमाचल प्रदेश और पंजाब दोनों राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने में न केवल मील का पत्थर साबित होगी बल्कि श्रद्धालुओं को भी इन धार्मिक स्थलों का दौरा करने में सुविधा मिलेगी। इसके अतिरिक्त यह दोनों राज्यों के बीच प्रेम और भाईचारे के बंधन को मजबूत करने का एक प्रतीक भी होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को बीते वीरवार को हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव (संस्कृति एवं पर्यटन) राम सुभग सिंह ने शुक्रवार को पंजाब सरकार के पर्यटन और संस्कृति मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की और दोनों राज्यों के बीच समझौता ज्ञापन को जल्द बहाल करने के तरीकों पर चर्चा की। जयराम ठाकुर ने कहा कि अगस्त माह के दौरान ही समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 200 करोड़ रुपए की लागत आएगी तथा यह रोप-वे 3.5 किलोमीटर का होगा।