Edited By Kuldeep, Updated: 24 Jun, 2024 10:06 PM
मणिकर्ण घाटी के देवता काली नाग जौड़ा नारायण 300 वर्षों के बाद ऊझी घाटी की परिक्रमा पर निकले हैं।
नग्गर (आचार्य): मणिकर्ण घाटी के देवता काली नाग जौड़ा नारायण 300 वर्षों के बाद ऊझी घाटी की परिक्रमा पर निकले हैं। रविवार को वशिष्ठ में शाही स्नान के बाद रास्ते में देवता के भक्तों द्वारा खाने व चायपान की व्यवस्था रखी गई थी जिस कारण देवता देर रात नग्गर पहुंचे देवता के कारदार ललित सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि देवता लगभग 300 वर्षों के बाद नग्गर आए हैं। देवता का आदेश हुआ कि उन्हें ऊझी घाटी की तरफ जाना है। देव आज्ञा अनुसार ही यह यात्रा की जा रही है। देव कमेटी देव कारकूनों और समस्त हारियानों के सहयोग से ही यह यात्रा संभव हो सकी है। उन्होंने बताया कि सोमवार को देवता के साथ आए सभी हारियानों और नग्गर वासियों को देवता की तरफ से ब्रह्मभोज का आयोजन किया गया। मंगलवार को देवता जगतीपट्ट जाएंगे और वहां पर देव कार्रवाई के बाद नग्गर के ठावां में स्थित श्री राधा कृष्ण मंदिर व झिड़ी में बाबा फुआरी के मंदिर में जाने के बाद शाम को घुड़दौड़ देवता गणपति के मंदिर में रात्रि विश्राम करेंगे।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here