Edited By kirti, Updated: 07 Sep, 2019 01:57 PM
कुल्लू महाविद्यालय में सभी छात्र संगठनो के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला है। जिसमें एबीवीपी, एसएफआई,एनएसयूआई संघ ने छात्रों को लाभबद्व करते हुए महाविद्यालय के गेट पर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और...
कुल्लू(दिलीप) : कुल्लू महाविद्यालय में सभी छात्र संगठनो के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला है। जिसमें एबीवीपी, एसएफआई,एनएसयूआई संघ ने छात्रों को लाभबद्व करते हुए महाविद्यालय के गेट पर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वादाखिलाफी का आरोप लगया। एबीवीपी छात्र संगठन ने पूर्ण शिक्षा बंद करने के लिए प्रदेश सरकार को चेतावनी दी थी जिसको लेकर एबीवीपी ने महाविद्यालय के गेट पर सुबह से ही पूर्ण शिक्षा बंद कर छात्रों को कक्षा में जाने से रोका। इस दौरान एसएफआई व एनएसयूआई ने भी प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस प्रशासन के जवान भी छात्रों की सुरक्षा के लिए तैनात है। इस दौरान एबीवीपी व एसएफआई के छात्रों के बीच जुबानी जंग देखने को मिली। जिसमें एबीवीपी ने एसएफआई के खिलाफ भी नारेबाजी। इस दौरान विद्यालय परिसर में माहौल तनापूर्ण रहा और छात्रों ने 5 घंटे कॉलेज गेट पर धरना प्रदर्शन किया।
इस दौरान छात्रों ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहाकि भबिष्य में छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं किए तो पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन होगा जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार व विश्व विद्यालय प्रशासन की होगी। एनएसयूआई के ईकाई अध्यक्ष अजीत कुमार ने बतायाकि विधानसभा चुनावों से भाजपा सरकार ने छात्र संघ चुनावों को बहाल करने का वादा किया था और सरकार ने घोषणा पत्र के छात्रों के वोट लिए लेकिन सरकार बनाने के 2 साल बाद भी वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने महाविद्यालय के वार्षिक समारोह में कुल्लू कॉलेज में एमटीए एमसीए की कक्षाए शुरू करने की घोषण की थी। लेकिन वो भी शुरू नहीं हुई और कुल्लू महाविद्यालय में दर्जनों प्राध्यापकों की कमी के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
वहीं कॉलेज छात्र बारवी ने बताया कि प्रदेश सरकार को छात्रों की मांगो पर गौर करना चाहिए। जिससे छात्रों को शिक्षा के लिए सुविधाएं मिले। उन्होंने कहाकि प्रदेश सरकार ने छात्रों के साथ विधानसभा चुनावों में छात्र संघ चुनाव को बहाल करने का वादा किया था जिसके बाद अभी तक वादा पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को पढ़ाई के लिए सुविधाए मिलनी चाहिए और कॉलेज में प्राध्यापकों की कमी के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। जिससे छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार छात्रों की मांगों पर गौर करें ताकि इस तरह के धरना प्रदर्शन से पढ़ाई प्रभावित ना हो। उन्होंने कहा कि छात्रों की मांगे जायज है और सरकार को छात्रों की मांगों को जल्द पूरा करना चाहिए।