Edited By Jyoti M, Updated: 18 Dec, 2025 12:16 PM

एक भक्तिमय यात्रा का दुखद अंत हिमाचल प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नयना देवी जी में माथा टेककर लौट रहे एक श्रद्धालु के लिए आज का दिन अंतिम साबित हुआ। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से आए इस यात्री ने माँ के दरबार में हाजिरी तो लगाई, लेकिन घर वापसी...
हिमाचल डेस्क। एक भक्तिमय यात्रा का दुखद अंत हिमाचल प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री नयना देवी जी में माथा टेककर लौट रहे एक श्रद्धालु के लिए आज का दिन अंतिम साबित हुआ। पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से आए इस यात्री ने माँ के दरबार में हाजिरी तो लगाई, लेकिन घर वापसी से पहले ही उनकी जीवन यात्रा थम गई।
क्या है पूरा मामला?
65 वर्षीय अशोक कुमार, जो सरहिंद (पंजाब) के रहने वाले थे, जो पूरी श्रद्धा के साथ मंदिर पहुंचे थे। उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और आशीर्वाद लिया। हादसे की शुरुआत तब हुई जब वे मंदिर परिसर से नीचे 'लंगर पौड़ियों' की ओर पैदल उतर रहे थे।
अचानक चलते-चलते अशोक कुमार की तबीयत बिगड़ गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, वे बेसुध होकर जमीन पर गिर पड़े। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्परता दिखाते हुए एम्बुलेंस बुलाई और उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल घवांडल ले जाया गया। हालांकि, अस्पताल पहुँचने पर चिकित्सकों ने स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कानूनी कार्रवाई और पुलिस का पक्ष
घटना की सूचना मिलते ही कोट कहलूर थाना की पुलिस टीम सक्रिय हो गई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु बिलासपुर जिला अस्पताल भेजा।
परिजनों का बयान: मृतक के परिवार के सदस्यों ने इस घटना को लेकर किसी पर कोई आरोप या संदेह व्यक्त नहीं किया है।
प्रशासनिक पुष्टि: डीएसपी (श्री नयना देवी) विक्रांत बोंसरा ने पुष्टि की है कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पार्थिव देह परिजनों के सुपुर्द कर दी गई है। फिलहाल पुलिस नियमानुसार जांच की औपचारिकताएं पूरी कर रही है।