Edited By Ekta, Updated: 10 Oct, 2018 01:25 PM
आज हम आपको एक सिरमौर जिला में गिरी नदी पर बने एक ऐसे पुल के बारे में बताते हैं जो हादसों को न्योता दे रहा है, मगर हैरानी इस बात की है कि स्थानीय प्रशासन इससे बेखबर नजर आ रहा है। जानकारी के मुताबिक नाहन-रेणुका विधानसभा को जोड़ने के लिए दशकों पहले गिरी...
नाहन (सतीश): आज हम आपको एक सिरमौर जिला में गिरी नदी पर बने एक ऐसे पुल के बारे में बताते हैं जो हादसों को न्योता दे रहा है, मगर हैरानी इस बात की है कि स्थानीय प्रशासन इससे बेखबर नजर आ रहा है। जानकारी के मुताबिक नाहन-रेणुका विधानसभा को जोड़ने के लिए दशकों पहले गिरी नदी पर बनाया गया पुल हादसों को न्योता दे रहा है। इस पुल पर बनी सीमेंट की रैलिंग कई जगह से टूट चुकी है जो कभी भी बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है। यह पुल साल 1978 में बनाया गया था जिसका उद्घाटन खुद हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री वाई एस परमार ने किया था लेकिन आज इस और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
ऐसा नहीं है कि लोक निर्माण विभाग पुल की स्थिति से बेखबर है। कुछ जगहों पर विभाग द्वारा तारें भी लगाई गई हैं मगर यह तारें भी सुरक्षित नजर नहीं आ रही हैं। इस पुल से रोजाना सैकड़ों की संख्या में लोग पैदल चलते हैं। प्रतिदिन यहां भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जो इसी रास्ते से रेणुका मंदिर की तरफ जाते हैं। स्थानीय लोगों का भी यहां लगातार आना जाना लगा रहता है। सुबह शाम स्कूल के दर्जनों बच्चे पैदल इस पुल की तरफ जाते हैं, ऐसे में यहां छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है।