Edited By kirti, Updated: 03 Jan, 2020 11:04 AM
गरीब परिवार के सदस्यों को डिपुओं में गेहूं मिलने के बाद चक्की आटा में गेहूं पिसवाने नहीं जाना होगा। डिपुओं में गरीब परिवार उपभोक्ताओं को इस माह से डिपुओं में गेहूं की जगह आटा मिलेगा। जिला शिमला में सरकार के नए बदलाव का फायदा 65,000 उपभोक्ता उठाएंगे।...
शिमला (ब्यूरो): गरीब परिवार के सदस्यों को डिपुओं में गेहूं मिलने के बाद चक्की आटा में गेहूं पिसवाने नहीं जाना होगा। डिपुओं में गरीब परिवार उपभोक्ताओं को इस माह से डिपुओं में गेहूं की जगह आटा मिलेगा। जिला शिमला में सरकार के नए बदलाव का फायदा 65,000 उपभोक्ता उठाएंगे। जिला में 1,98,000 उपभोक्ता हैं, जिनमें से 65,000 उपभोक्ताओं को गेहूं दी जाती थी लेकिन अब इन परिवारों को ए.पी.एल. परिवारों की तरह आटा दिया जाएगा। खाद्य एवं आपुर्ति विभाग की ओर से प्रदेश सहित जिला में सभी उपभोक्ताओं को डिपुओं में आटा पहुुंचाने का प्रावधान किया गया है।
इससे पहले दिसम्बर माह तक अंत्योदय उपभोक्ताओं को 2 रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से गेहूं मुहैया करवाई जाती थी, जबकि सरकार अपने स्तर पर ए.पी.एल. परिवारों को आटा देने के लिए गेहूं की पिसाई करवाती है। जानकारी के अनुसार प्रदेश में शुरू की जा रही इस नई सुविधा का शुभारंभ मुख्यमंत्री 6 जनवरी को ब्राकहास्ट स्थित निगम के डिपो से करेंगे। वहीं एक राशन कार्ड से ए.टी.एम. के तहत अन्य डिपुओं में भी राशन लेने की सुविधा भी इस दिन ही शुरू की जाएगी।