Edited By Vijay, Updated: 24 Jan, 2019 11:01 PM
कहते हैं जब इंसान बूढ़ा हो जाता है तो उसके बच्चे उसकी लाठी का सहारा बनते हैं लेकिन वर्तमान में इससे विपरीत देखने को मिल रहा है। ऐसा ही किस्सा वीरवार को धर्मशाला डी.सी. ऑफिस में देखने को मिला। वीरवार को अपने बच्चों से तंग आकर गांव सपडु तहसील देहरा का...
धर्मशाला (पूजा): कहते हैं जब इंसान बूढ़ा हो जाता है तो उसके बच्चे उसकी लाठी का सहारा बनते हैं लेकिन वर्तमान में इससे विपरीत देखने को मिल रहा है। ऐसा ही किस्सा वीरवार को धर्मशाला डी.सी. ऑफिस में देखने को मिला। वीरवार को अपने बच्चों से तंग आकर गांव सपडु तहसील देहरा का रहने वाला 90 वर्षीय जीतू राम जिला प्रशासन का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो गया। जीतू राम ने बताया कि उनके 5 बेटे और बहुएं हैं, जो उनकी सेवा नहीं करते।
मेरे बच्चे मेरी नहीं करते मेरी देखभाल
डी.सी. कांगड़ा से अपना दुख बयां करते हुए जीतू बताते हैं कि 90 साल की उम्र और आज भी लाठी के सहारे दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो गया हूं। मेरे बच्चे मेरी देखभाल नहीं करते। जीतू ने डी.सी. को बताया कि वह अपना मन बना चुके हैं कि अगर उनके बच्चे उनकी देखभाल नहीं करते तो वह अपनी सारी जमीन सरकार के नाम कर देंगे, ताकि सरकार बुढ़ापे में उन्हें 2 वक्त की रोटी तो देगी। उधर, डी.सी. कांगड़ा ने जीतू राम की पूरी बात सुनने के बाद उन्हें आश्वासन दिया कि उम्र के इस पड़ाव में जिला प्रशासन उनकी पूरी मदद करेगा।