Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Dec, 2017 09:34 AM
विधानसभा चुनाव में भितरघात करने वालों की शिकायतें मिलने का सिलसिला कांग्रेस में थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस को अब धर्मशाला से 7, किन्नौर से 3 तो लाहौल-स्पीति से 19 कांग्रेसजनों की नई शिकायतें मिली हैं। इस फेहरिस्त में...
शिमला: विधानसभा चुनाव में भितरघात करने वालों की शिकायतें मिलने का सिलसिला कांग्रेस में थमने का नाम नहीं ले रहा। इसी कड़ी में प्रदेश कांग्रेस को अब धर्मशाला से 7, किन्नौर से 3 तो लाहौल-स्पीति से 19 कांग्रेसजनों की नई शिकायतें मिली हैं। इस फेहरिस्त में ज्वालाजी, नालागढ़, दून, भोंरज, द्रंग, बैजनाथ, इंदौरा, सरकाघाट व आनी सहित अन्य विस क्षेत्र भी शामिल हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो प्रदेश कांग्रेस को 80 से अधिक नई शिकायतें मिली हैं जबकि प्रदेश कांग्र्रेस पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरने और भितरघात करने पर करीब 52 नेताओं व पदाधिकारियों को पहले ही 6 साल के लिए संगठन से निष्कासित कर चुकी है।
शिकायतों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी हैरत में
लगातार मिलती शिकायतों से जहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी हैरत में है, वहीं जिला और ब्लॉक स्तर पर इसको लेकर घमासान मचा हुआ है। भितरघातियों की सूची में शामिल कुछ कांग्रेसजनों का सीधा आरोप है कि उन्हें जानबूझ कर इस फेहरिस्त में शामिल किया गया है। इसको लेकर कुछ स्थानों पर पार्टी प्रत्याशियों तो कुछ स्थानों पर जिला व ब्लॉक अध्यक्षों पर निशाना साधा जा रहा है, ऐसे में प्रदेश कांग्रेस हर शिकायत को गंभीरता से खंगाल रही है ताकि बाद में कोई विवाद न हो। सूत्रों की मानें तो 30 लोगों को संगठन से बाहर किए जाने का निर्णय लिया जा चुका है और जल्द ही इस बारे सूची जारी कर दी जाएगी। इसी तरह अन्य शिकायतों को लेकर भी पार्टी द्वारा जल्द ही उचित कदम उठाए जाने की बात कही जा रही है।
बैठक में गूंज चुका मुद्दा
विस चुनाव के लिए हुए मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कांग्रेस ने बीते दिनों जो बैठक आयोजित की थी, उसमें भितरघात और बागियों का मुद्दा जोर-शोर से गूंजा था। इस दौरान कुछ पदाधिकारियों का दो टूक कहना था कि विस चुनाव में काली भेड़ों से जो नुक्सान होना था, वह हो गया तथा अब इसकी भरपाई होना संभव नहीं है, ऐसे में अब पार्टी स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए है कि ऐसी गतिविधियों में संलिप्त रहे लोगों की संगठन में 6 साल से पहले वापसी न हो। बैठक में प्रत्याशियों के साथ-साथ कुछ जिलाध्यक्षों ने भी भितरघात करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोला था। पदाधिकारियों का कहना था कि 5 वर्षों तक सत्ता का सुख भोगने के बाद कुछ नेताओं ने पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया जबकि कुछ टिकट न मिलने पर बागी हो गए।
जिला-ब्लाक को नहीं शक्ति
कांग्रेस में जिला व ब्लाक कमेटियां भितरघात करने वालों के खिलाफ सीधे कार्रवाई अमल में नहीं ला सकती हैं। पार्टी के अनुसार जिला और ब्लाक कमेटियां ऐसी गतिविधियों में संलिप्त कांग्रेसजनों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अनुमोदन कर सकती है। गौर हो कि कुछ जिला व ब्लाक कमेटियों सीधे तौर पर अपना फरमान सुना रहीं है, जिसका अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कड़ा संज्ञान लिया है।
जल्द उचित निर्णय लिया जाएगा: चौहान
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह चौहान ने कहा कि बागियों व भितरघात करने वालों के खिलाफ पार्टी ने जो कार्रवाई की है, वह ब्लॉक व जिलाध्यक्षों के साथ ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी द्वारा की गई शिकायत के आधार पर अमल में लाई गई है। उन्होंने माना कि कुछ विस क्षेत्रों से नई शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित शिकायतों पर भी जल्द उचित निर्णय ले लिया जाएगा।