Edited By Vijay, Updated: 21 Feb, 2020 06:31 PM
विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर एक बार फिर 114 साल पुराना स्टीम इंजन दौड़ा। शुक्रवार को इस स्टीम इंजन में लगे 3 कोचों में यूके के 29 पर्यटकों ने सफर किया और शिमला की हसीन वादियों का नाजारा लिया। स्टीम इंजन रेलवे स्टेशन शिमला से कैथलीघाट तक...
शिमला (ब्यूरो): विश्व धरोहर शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर एक बार फिर 114 साल पुराना स्टीम इंजन दौड़ा। शुक्रवार को इस स्टीम इंजन में लगे 3 कोचों में यूके (यूनाइटिड किंगडम) के 29 पर्यटकों ने सफर किया और शिमला की हसीन वादियों का नाजारा लिया। स्टीम इंजन रेलवे स्टेशन शिमला से कैथलीघाट तक चलाया गया। इस सुहावने सफर की शुरूआत सुबह 11बचकर 35 मिनट पर शिमला रेलवे स्टेशन से हुई। इस दौरान विदेशी पर्यटकों ने स्टीम इंजन के धुएं की गुबारों और छुक-छुक की आवाज के बीच शिमला की वादियों का नाजारा लिया।
स्टीम इंजन में सफर कर खुश दिखे पर्यटक
ब्रिटिश काल के 100 साल पुराने शिमला-कालका रेलवे ट्रैक पर सफर करते हुए पर्यटक काफी खुश दिखाई दिए। इस दौरान उन्होंने अपने विचार भी सांझा किए। यूके के पर्यटकों ने बताया कि वह भाप इंजन का सफर करने के लिए विशेष तौर से शिमला आए हैं। उनकी कई सालों से यह इच्छा थी कि शिमला में ब्रिटिश काल में चलने वाले भाप इंजन पर सफर करें। उन्होंने कहा कि वह यह देखना चाहते थे कि यह भाप इंजन उस समय भी कैसे चलता था। स्टीम इंजन का सफर कर वह काफी खुश हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले वह कालका से शिमला भी डीजल वाली ट्रेन में सफर कर शिमला आए थे।
1 लाख 24 हजार में बुक करवाई थी ट्रेन
शिमला रेलवे स्टेशन अधीक्षक प्रिंस सेठी ने बताया कि यूके के 29 पर्यटकों का एक दल शिमला आया हुआ है। उन्होंने स्टीम इंजन में सफर करने की इच्छा जाहिर की थी, जिस पर स्टीम इंजन कैथलीघाट तक चलाया गया है। पर्यटकों ने इसे 1 लाख 24 हजार रुपए फीस अदाकर बुक करवाया है। स्टीम इंजन के साथ 3 कोच लगाए थे, जिनमें सभी सुविधाएं दी गई थीं।