खाद्य वस्तुओं के दामों में उछाल से आमजन का जीना मुहाल

Edited By Updated: 27 Jun, 2016 01:10 PM

government employee

देश-प्रदेश में बीते डेढ़ वर्ष में जिस तरह से आम आदमी की दिनचर्या की वस्तुओं के दामों में हुई भारी बढ़ौत्तरी ने यह तो साबित कर दिया है ...

शाहतलाई: देश-प्रदेश में बीते डेढ़ वर्ष में जिस तरह से आम आदमी की दिनचर्या की वस्तुओं के दामों में हुई भारी बढ़ौत्तरी ने यह तो साबित कर दिया है कि चाहे कोई भी राजनीतिक दल हो, उसके नेताओं को जनता से 5 वर्ष में मात्र एक बार वोट लेने होते हैं।

इसके अलावा आम जनता से नेताओं का कोई सरोकार नहीं होता है। बीते डेढ़ वर्ष में कमरतोड़ महंगाई का होना, मानों इसी ओर इशारा करता नजर आ रहा है। काबिलेगौर है कि बीते डेढ़ 2 वर्ष की बात की जाए तो कई खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी बढ़ौत्तरी दर्ज की गई।

हालांकि इससे आम आदमी को 2 वक्त की रोटी के लाले पड़ने लगे परंतु देश-प्रदेश की सरकारों के मंत्रियों को मानों इसकी कोई जानकारी ही नहीं है। इसका सीधा मतलब है कि देश के व्यापारियों का बड़ा वर्ग देश के बड़े राजनीतिक दलों से जुड़ा हुआ है। इस कारण राजनीतिक दल भी जनता का महंगाई से हाल-बेहाल होने के बावजूद कोई कठोर कदम उठाने की स्थिति में नजर नहीं आ रहे हैं।

सरकारी कर्मचारियों के लिए ही क्यों महंगाई भत्ता

सरकारों द्वारा कर्मचारियों को हर 6 माह बाद महंगाई भत्ते की किस्तें जारी की जाती हैं जबकि आम आदमी व किसानों को सरकार द्वारा फूटी कौड़ी तक नहीं दी जाती है। फिर भी नेता लोग आए दिन गरीबी दूर करने व गरीबों को लाभ पहुंचाने के लुभावने भाषण देने से नहीं चूकते हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।

यह देश व प्रदेश की जनता की बदकिस्मती है कि जो लोग सरकार से प्रतिमाह हजारों रुपए वेतन लेते हैं, उनको तो महंगाई भत्ते की किस्त जारी कर दी जाती है जबकि जो लोग दिहाड़ी-मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं, उन्हें हमेशा सभी सत्तासीन सरकारों द्वारा ठेंगा ही दिखाया जाता है।

बढ़ती महंगाई का ठीकरा एक-दूसरे पर

आज की महंगाई का आकलन करना हो तो केंद्र व प्रदेश सरकार दोनों ही असफल नजर आ रही हैं। हालांकि यह बात अलग है कि नेतागण भाषणों में काफी कुछ कहते नजर आते हैं लेकिन एक महंगाई ही देश व प्रदेश की सरकारों व नेताओं की हकीकत बताने के लिए काफी है।

महंगाई पर काबू पाए सरकार
उधर, महंगाई को लेकर समाजसेवी संस्था बी.बी.एन. जनकल्याण समिति के पदाधिकारियों संयोजक अमर नाथ वात्सायन, सह संयोजक विश्व देव शर्मा, सचिव शंकर दास और प्रवक्ता सुशील शर्मा ने भी देश व प्रदेश में बढ़ती महंगाई के लिए सरकारों व नेताओं को दोषी ठहराते हुए महंगाई पर शीघ्र काबू पाने की मांग की है ताकि हर नागरिक को 2 वक्त की रोटी नसीब हो सके।

उधर, बाबा बालक नाथ की तपोभूमि शाहतलाई में कार्यरत संस्था नगर उत्थान समिति के प्रैस सचिव मनोहर लाल ने भी सरकार से आम आदमी के हित में महंगाई पर काबू पाने की पुरजोर मांग की है।

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