Edited By Updated: 06 Feb, 2016 12:58 AM
पुलिस के चालान से बचने के लिए आजकल चालक कैसे-कैसे बहाने लगाते हैं इसका उदाहरण यहां देखने को मिला।
चिंतपूर्णी: पुलिस के चालान से बचने के लिए आजकल चालक कैसे-कैसे बहाने लगाते हैं इसका उदाहरण यहां देखने को मिला। शुक्रवार को एक ट्राला मालिक को जब पुलिस ने जांच के लिए रोका तो उसने चालान से बचने के लिए अपने साथ हुई दास्तां ट्रैफिक प्रभारी अमरीक सिंह को बताई।
अमरीक सिंह ने बताया कि ट्राला मालिक ने उन्हें मौखिक शिकायत की है कि भरवाईं रोड पर जंगल में एक प्रेमी जोड़े की रंगरलियों की कीमत उसे 1500 रुपए देकर चुकानी पड़ी है और अब वह अपनी दी हुई राशि पाने के लिए चक्कर लगा रहा है। उसने बताया कि मुबारिकपुर रोड किनारे जंगल में एक प्रेमी जोड़ा झाडिय़ों की आड़ में रंगरलियां मना रहा था कि लड़की के कपड़े उठा कर एक बंदर पेड़ पर चढ़ गया। युवक ने पत्थर मारकर बंदर तो भगा दिया लेकिन कपड़े काफी ऊंची टहनी पर रह गए। इस पर सड़क पर जा रहे इस ट्राला ड्राइवर को उक्त व्यक्ति ने बहाना बना कर बताया कि बावड़ी पर नहाते समय उसकी मंगेतर के कपड़े बंदर उठा ले गया है।
मैंने हमदर्दी जताकर मुबारिकपुर से 1500 रुपए के कपड़े खरीदकर उक्त व्यक्ति के हवाले कर दिए तथा अपना फोन नम्बर तथा पता दे दिया कि वह बाद में पैसे लौटा दे लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद भी उक्त व्यक्ति न तो अब मेरा फोन उठा रहा है और उसने जो पता दिया था वह भी गलत निकला।