Edited By Updated: 27 Sep, 2016 07:14 PM
एसएफआई ने मंगलवार को केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की।
शिमला: एसएफआई ने मंगलवार को केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की। मंगलवार को एसएफआई कार्यकर्ताओं ने शिमला में रैली निकाली। यह रैली चौड़ा मैदान से शुरू होकर कार्ट रोड होते हुए सब्जी मंडी ग्राऊंड तक गई। सब्जी मंडी ग्राऊंड में संगठन के कार्यकर्ताओं को एसएफआई के पदाधिकारियों ने संबोधित किया।
रैली को एसएफआई के अखिल भारतीय अध्यक्ष वीपी सोनू, सचिव विक्रम सिंह व पूर्व एसएफआई राज्य अध्यक्ष राकेश सिंघा ने संबोधित किया। वक्ताओं ने केंद्र सरकार की शिक्षा नीतियों का जमकर विरोध किया और कहा कि केंद्र सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निजीकरण व व्यापारीकरण तथा साम्प्रदायीकरण को बढ़ावा दे रही है, जिसका वामपंथी संगठन विरोध करता है।
वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में स्नातक स्तर पर रूसा को लागू कर आम छात्रों को उच्च शिक्षा से दूर किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में लगातार छात्र विरोधी निर्णय लिए जा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित कालेजों में एससीए चुनावों पर रोक लगाए जाना छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है और संगठन मांग करता है कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित कालेजों में एससीए चुनाव बहाल किए जाएं।
एसएफआई का अखिल भारतीय विवि छात्र अधिवेशन शुरू
एसएफआई के अखिल भारतीय विश्वविद्यालय छात्र अधिवेशन की शुरूआत शिमला में रैली आयोजित कर की गई। 3 दिन तक चलने वाले इस अधिवेशन मेें एसएफआई के राष्ट्रीय नेता भी भाग ले रहे हैं। अधिवेशन का उद्घाटन सत्र विश्वविद्यालय के सभागार में शाम के समय आयोजित किया गया। इस मौके पर प्रसिद्ध अर्थशास्त्री प्रभात ने संबोधित किया और अपने विचार रखे। उन्होंने इस दौरान वर्तमान आर्थिक नीति व विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। बुधवार को कालीबाड़ी सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होगा।