VIP सीटों पर महामुकाबला, भारी मतदान से बढ़ी धड़कनें

Edited By Punjab Kesari, Updated: 11 Nov, 2017 02:58 PM

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शिमला: हिमाचल प्रदेश के बीस विधानसभा क्षेत्रों में बंपर वोटिंग हुई है। इन सीटोंं पर अधिक वोटिंग सरकार के पक्ष में जाएगी या फिर विरोध में हुई होगी यह तो आने वाली 18 दिसंबर को मशीनों की सील टूटने के बाद ही पता चल पाएगा। बंपर वोटिंग मोदी लहर के पक्ष...

शिमला: हिमाचल प्रदेश के बीस विधानसभा क्षेत्रों में बंपर वोटिंग हुई है। इन सीटोंं पर अधिक वोटिंग सरकार के पक्ष में जाएगी या फिर विरोध में हुई होगी यह तो आने वाली 18 दिसंबर को मशीनों की सील टूटने के बाद ही पता चल पाएगा। बंपर वोटिंग मोदी लहर के पक्ष में है या मोदी लहर के विरोध में यह पता अगले महीने चल जाएगा। हालांकि भाजपा और कांग्रेस के नेता अपनी जीत निश्चित बता रहे हैं। जहां कांग्रेस पार्टी ने नोटबंदी और जीएसटी को चुनाव में हथियार बनाया, वहीं भाजपा ने भ्रष्टाचार, टेंडर घोटाला, वन माफिया व खनन माफिया को इस चुनाव में मोहरा बनाया है। हिमाचल में रिकार्ड तोड़ मतदान होने से कई दिग्गजों की लाज दांव पर लगी हुई है। इसमें कांग्रेस की ओर से राजेंद्र राणा तो भाजपा की ओर से सीएम कैंडिडेट प्रेम कुमार धूमल भी हैं। आपको बता दें कि अधिकतर मतदाताओं ने खामोशी को ही अपनाना उचित समझा है। इसका कारण राजेंद्र राणा और प्रेम कुमार द्वारा सुजानुपर सीट से चुनाव लडऩा है। हालांकि दोनों में गुरु और शिष्य का नाता रहा है। सुजानपुर सीट पर गुरु और चेले के बीच काफी कड़ी टक्कर होने की सूचनाएं मिल रही हैं। 

अर्की में भी कांटे की टक्कर
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह ने शिमला शहरी सीट से चुनाव न लड़कर अर्की सीट पर दांव लगाया है। जहां अर्की सीट पर वर्ष 2012 के चुनाव में 73.46 फीसदी मतदान हुआ था वहीं इस बार इसमें इजाफा होकर यह 74.63 फीसदी तक पहुंच गया है। वीरभद्र सिंह के मुकाबले में भाजपा ने रतन सिंह पाल को मैदान में उतारा था।

धूमल ने भी खेला वीरभद्र वाला खेल
जहां वीरभद्र सिंह ने राजेंद्र राणा को सुजानपुर से कांग्रेस की तरफ से कैंडिडेट बनाकर नई सियासी चाल चली है, वहीं धूमल ने भी शिमला ग्रामीण सीट से सीएम के पुत्र विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ कांग्रेस के नेता रहे प्रमोद शर्मा को मैदान में उतारकर चाल पर चाल चली है। इन दोनों सीटों पर रिकार्डतोड़ मतदान हुआ है। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो सुजानपुर सीट पर वर्ष 2012 में 69.34 फीसदी मतदान हुआ था। इन विस चुनाव (2017) में बढ़कर यह 70.07 फीसदी पहुंच गया है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह की सीट शिमला ग्रामीण में इस बार रिकार्ड 13 प्रतिशत ज्यादा वोटिंग हुई है। शिमला ग्रामीण सीट पर वर्ष 2012 में 59.32 फीसदी के मुकाबले वर्ष 2017 में 73.05 फीसदी मतदान हुआ है। इससे यहां भी कांटे की टक्कर होने का अनुमान जताया जा रहा है।

इन सीटों में भी रिकार्ड मतदान
धर्मशाला, नगरोटा बगवां, हरोली और कौल सिंह ठाकुर की सीट पर ज्यादा मतदान होने से कड़ा मुकाबला होने के आसार हैं। इन सीटों पर सुधीर शर्मा, जीएस बाली, मुकेश अग्निहोत्री चुनाव लड़ रहे हैं।

नड्डा के होम टाउन में भी बंपर वोटिंग
केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के होम हाउन बिलासपुर में इस बार बंपर वोटिंग रिकार्ड की गई। इसके अलावा मंडी, जोगिंद्रनगर, शाहपुर, नादौन, शिमला शहरी और नाहन में भी वोटिंग में इजाफा दर्ज किया गया। इन सभी सीटों में कांटे की टक्कर होने का अनुमान जताया जा रहा है।

विधानसभा    वर्ष 2012                वर्ष 2017
सुजानपुर        69.34                 70.07
अर्की             73.46                  74.63
शिमला ग्रामीण59.32               73.05
हरोली            75.87                78.96
धर्मशाला        73.9                  74.55
नगरोटा         74.15                77.98
शाहपुर          72.17                74.80
जोगिंद्रनगर   71.81                72.40
द्रंग               78.51               78.75
नादौन           70.87               71.98
शिमला         59.32               63.76
ऊना             75.14               78.06
मंडी             74.93               76.37

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