Edited By Updated: 21 Feb, 2017 04:23 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह हर दिन अपनी ही पार्टी के किसी न किसी नेता पर निशाना साधने से पीछे नहीं हटते।
नाहन: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह हर दिन अपनी ही पार्टी के किसी न किसी नेता पर निशाना साधने से पीछे नहीं हटते। मंगलवार को नाहन पहुंचे वीरभद्र से जब पत्रकारों ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य विप्लव ठाकुर के बेरोजगारी भत्ते की मांग उठाने संबंधी बयान की तरफ ध्यान दिलाया तो उन्होंने विप्लव को Bias बताया, मतलब पक्षपात पूर्ण बात करने वाली। इतना ही नहीं उन्होंने बाकायदा अंग्रेजी में समझाते हुए कहा कि बीआईएएस यानी वह जो कुछ बोल रहीं हैं वह Bias है। ज्ञात रहे कि विप्लव ठाकुर ने परिवहन मंत्री जीएस बाली की बेरोजगारी भत्ता दिए जाने की बात का समर्थन करते हुए वीरभद्र सिंह से इसे देने की बात कही है।
वीरभद्र तथा विप्लव के बीच टकराव की स्थिति पैदा होती आई नजर
बाली के बाद अब सीएम वीरभद्र सिंह तथा सांसद विप्लव ठाकुर के बीच टकराव की स्थिति पैदा होती नजर आ रही है। वहीं, सिरमौर प्रवास के दूसरे दिन वीरभद्र सिंह के निशाने पर केंद्र की एनडीए सरकार रही। नोटंबदी को लेकर वीरभद्र सिंह ने पीएम मोदी के फैसले को पूरी तरह से गलत बताया। सीएम वीरभद्र सिंह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी के विमुद्रीकरण के फैसले से देश की आर्थिक प्रगति के साथ राज्य का विकास भी रुका है।
नोटबंद से पहले छोटे व्यापारियों को देखते हुए उठाए जाने चाहिेए थे जरूरी कदम
उन्होंने कहा कि देश में जिस तरह से लोगों को बैंकों से अपने पैसे वापस लेने के लिए रोक लगाई गई, वह इतिहास में एक काला अध्याय था। उन्होंने कहा कि यह जरूरी था कि नोटबंद से पहले किसानों, छोटे व्यापारियों और जिन लोगों के मेहनत से पैसा इकट्ठा किया है उनके के हितों को देखते हुए कुछ कदम उठाए जाने बहुत जरूरी थे। उन्होंने एक साल के अंदर मार्कण्ड नदी पर पुल को पूरा करने का निर्देश दिया। वीरभद्र सिंह ने मंगलवार को इसकी नींव रख दी है।