हमीरपुर में कांग्रेस-भाजपा के बीच हार-जीत का फैसला करेगा शहरी वोट

Edited By Punjab Kesari, Updated: 11 Dec, 2017 12:26 AM

urban vote will decide to win defeat of congress bjp in hamirpur

हमीरपुर विस क्षेत्र में इस बार कांग्रेस और भाजपा की हार-जीत का फैसला शहरी वोटर करने वाला है।

हमीरपुर: हमीरपुर विस क्षेत्र में इस बार कांग्रेस और भाजपा की हार-जीत का फैसला शहरी वोटर करने वाला है। भले ही हमीरपुर विस क्षेत्र में गत 10 वर्षों से भाजपा जीत रही है लेकिन जी.एस.टी. और नोटबंदी के कारण इस बार चुनावों में शहरी वोटर का क्या रुझान रहा है, इसका पता 18 दिसम्बर को मतगणना के दौरान ही लगेगा। हमीरपुर विस क्षेत्र से वर्ष 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल पुनर्सीमांकन के बाद पहली बार चुनाव लड़े थे और करीब 9000 मतों से जीत दर्ज की थी। भले ही उस दौरान भाजपा की सरकार नहीं बनी थी लेकिन गत 5 वर्षों में जिस प्रकार धूमल ने हमीरपुर विस क्षेत्र में डोर-टू-डोर कार्यकर्ताओं से संवाद किया है उससे भाजपा प्रत्याशी को इस बार चुनावों में निश्चित तौर पर लाभ मिला होगा। 

चुनाव नतीजों से पहले ही बकरों की बुकिंग
यही कारण है कि चुनाव नतीजों से पहले ही हमीरपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने 18 दिसम्बर चुनाव नतीजों के दिन जश्न मनाने के लिए बकरों की बुकिंग शुरू कर दी है। हमीरपुर विस क्षेत्र में बोहणी में 2 बकरे, धनेड़ व नेरी में 1-1 बकरा काटने के लिए कार्यकर्ताओं ने बुकिंग करवा ली है। कांग्रेस भी भाजपा से पीछे नहीं है। कांग्रेस को जी.एस.टी. और नोटबंदी के चलते शहरी वोटर के कांग्रेस के पक्ष में होने का लाभ मिल सकता है। हमीरपुर नगर परिषद में कुल शहरी वोटर 11000 हैं जिनमें से इस बार 7100 शहरी लोगों ने मतदान किया है। इस बार शहरी वोटर की मतदान करने की प्रतिशतता भी ज्यादा रही है जिसका लाभ किसे मिलेगा, यह तो 18 दिसम्बर को ही पता चलेगा।

इस बार कम्युनिस्ट पार्टी का भी प्रत्याशी मैदान में
हमीरपुर विस क्षेत्र में वर्षों से कांग्रेस और भाजपा के बीच ही सीधा मुकाबला होता रहा है। वहीं इस बार कम्युनिस्ट पार्टी का भी प्रत्याशी मैदान में है। वर्ष 2003 में कांग्रेस से अनीता वर्मा चुनाव जीती थीं तो 2007 में भाजपा से उर्मिल ठाकुर चुनाव जीती थीं। वहीं 2012 में पुनर्सीमांकन के बाद प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने चुनाव जीता था। इस बार धूमल का विस क्षेत्र बदल गया है तथा हमीरपुर विस क्षेत्र से इस बार भाजपा के प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर हैं जोकि सुजानपुर विस क्षेत्र से विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी कांगड़ा बैंक के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक कुलदीप पठानिया हैं जोकि 1993 में पहली बार बमसन से विधायक बने थे और उसके बाद लगातार सक्रिय राजनीति में हैं। हमीरपुर विस क्षेत्र में कुल 92 बूथ हैं तथा कुल 69,444 वोटर हैं जिनमें से महिला वोटर 34,595 हैं तथा पुरुष वोटरों की संख्या 34,849 है। यानी हमीरपुर विस क्षेत्र में पुरुष मतदाता हार-जीत का फैसला करेंगे। वहीं इस बार हमीरपुर में मतदान 69 प्रतिशत हुआ है जबकि 2012 में 66 प्रतिशत मतदान हुआ था।

कांग्रेस का दावा
कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप पठानिया का कहना है कि हार और जीत का फैसला 18 दिसम्बर को होगा तथा हमीरपुर की जनता ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के विकास पर मोहर लगाते हुए कांग्रेस को वोट दिया है तथा भाजपा कार्यकत्र्ता अति उत्साहित हैं जिन्हें 18 दिसम्बर को कांग्रेस के विकास की जीत का पता चल जाएगा। 

भाजपा का दावा 
वहीं हमीरपुर भाजपा के महामंत्री हरीश शर्मा का कहना है कि धूमल की लहर में हमीरपुर विस क्षेत्र में भाजपा 10 से 12 हजार वोटों से सीट जीतेगी। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओं ने जीत की खुशी मनाने के लिए बोहणी, धनेड़ और नेरी में बकरों को काटने के लिए बुक करवा लिया है।

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