Edited By Punjab Kesari, Updated: 01 Aug, 2017 04:18 PM
नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने तीसा मामले पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को घेरा है। उन्होंने वीरभद्र सिंह के तीसा कांड पर भाजपा को दोषी ठहराए जाने वाले बयान पर पलटवार किया कि...
हमीरपुर (अरविंदर सिंह): नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने तीसा मामले पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को घेरा है। उन्होंने वीरभद्र सिंह के तीसा कांड पर भाजपा को दोषी ठहराए जाने वाले बयान पर पलटवार किया कि मुख्यमंत्री को खुद पता नहीं होता कि उन्होंने कहना क्या है और करना क्या है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1998 में मिंजर मेले के दौरान तीसा और शतरुंडी में आतंकवादियों ने 35 लोगों की हत्या कर दी थी। उस समय वह खुद चंबा में थे और अधिकारियों के घटनास्थल पर न जाने के आग्रह के बाद भी घटनास्थल पर गए और लोगों से सद्भावना बनाए रखने के साथ स्थिति को सामान्य रखने का आग्रह किया था। धूमल ने कहा कि कोटखाई कांड जो कि शिमला में उनके अपने जिला में हुआ था उस पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि इस प्रकार की छोटी-मोटी घटनाएं होती रहती हैं। उन्होंने कहा कि घुमारवीं में एक मानसिक रूप से विक्षिप्त लड़की के साथ बलात्कार की घटना हुई, उसी उपमंडल में 17 वर्षीय कॉलेज की छात्रा के साथ बलात्कार की घटना हुई और अब चंबा में जो घटना हुई है वो शर्मनाक है। लेकिन हिमाचल के मुख्यमंत्री चंबा में रहते हुए भी तीसा में पीड़ित परिवार से मिलने नहीं गए।
मुख्यमंत्री घटनास्थल पर जाते तो बेहतर होता
धूमल ने कहा कि तीसा की घटना की सूचना मिलने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का चंबा से वापस आना कई प्रश्न खड़े करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घटनास्थल जाते तो बेहतर होता, उनकी उपस्थिति निश्चित तौर पर स्थिति को सामान्य बनाए रखने में सहायक सिद्ध हो सकती थी।