Edited By Punjab Kesari, Updated: 25 May, 2017 05:15 PM
उपचाराधीन रोगी की आप्रेशन के बाद संदिग्ध मौत हो जाने से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।
ऊना (अमित शर्मा): उपचाराधीन रोगी की आप्रेशन के बाद संदिग्ध मौत हो जाने से क्षेत्रीय अस्पताल ऊना एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। मृतक की पहचान चमन लाल निवासी कोटला खुर्द के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक के परिजनों ने मौत को लेकर चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं और अस्पताल प्रशासन को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
कमरे में शिफ्ट करते ही दर्द से कराहने लगा मरीज
जानकारी के अनुसार चमन लाल का पिछले कल से अस्पताल में उपचार चल रहा था। अस्पताल में तैनात चिकित्सक ने एपैंडिक्स होने पर उसका आप्रेशन करने को कहा। आप्रेशन के बाद उसे कमरे में शिफ्ट किया तो कुछ देर बाद ही वह दर्द से कराहने लगा, जिस पर परिजनों ने तुरंत चिकित्सक को बुलाया लेकिन इस दौरान मरीज की मौत हो गई, जिस पर परिजन भड़क उठे और चिकित्सक पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। अस्पताल में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। काफी देर तक अस्पताल में गहमागहमी का माहौल बना रहा। माहौल गर्माता देख मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को शांत करवाया।
आप्रेशन के बाद मौत का यह दूसरा मामला
जिला अस्पताल ऊना में आप्रेशन के बाद हुई मौत का यह दूसरा मामला है। इससे पहले प्रसव के लिए पहुंची एक महिला की अस्पताल में आप्रेशन के बाद बच्चे सहित मौत हो गई थी, जिस पर भी परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक की लापरवाही की वजह से चमन की मौत हुई है। वहीं चिकित्सक पियूष नंदा ने परिजनों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उपचार और आप्रेशन में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बतरी गई है।