Edited By Punjab Kesari, Updated: 11 Sep, 2017 12:16 PM
सरकारी स्कूलों में आउटसोर्स पर सेवाएं दे रहे कंप्यूटर शिक्षकों को झटका लगा है।
शिमला : सरकारी स्कूलों में आउटसोर्स पर सेवाएं दे रहे कंप्यूटर शिक्षकों को झटका लगा है। दरअसल, उच्च शिक्षा निदेशालय द्वारा पीजीटी आईपी के 1191 पोस्टों को भरने के लिए तय न्यूनतम योग्यता को अन्य शिक्षकों ने अभी पूरा नहीं किया है। जिस कारण इन शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटक गई है। गौरतलब है कि 15 सालों से सरकारी स्कूलों में 1500 कंप्यूटर शिक्षक आउटसोर्सिगिं पर सेवाएं दे रहे हैं। कंपनी ने भर्ती के दौरान पीजीडीसीए डिप्लोमा के साथ किसी भी सब्जेक्ट में एमए की डिग्री होने की शर्त रखी थी। अब निदेशालय ने बीटेक या मैथ-फिजिक्स में मास्टर डिग्री के साथ पीजीडीसीए को भी अनिवार्य कर दिया है। इसी वजह से 2 दिन पहले भर्ती के लिए अधिसूचित नए नियमों के चलते 700 से ज्यादा शिक्षकों की नौकरी खतरे में है।
11 से 28 सितंबर तक पंजीकरण होगा
जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में स्कूलों में तैनात अन्य शिक्षक इस योग्यता को पूरा नहीं किया है। जिस कारण शिक्षकों की नौकरी जा सकती है। पीजीटी आईपी की भर्ती में शामिल होने के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय में 11 से 28 सितंबर तक पंजीकरण होगा। इसके बाद साक्षात्कार की तिथि दी जाएगी। कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती अनुबंध आधार पर होगी। चयनित शिक्षकों को 14500 रुपए मासिक वेतन दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा निदेशक बीएल विंटा ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार पीजीटी आईपी की भर्ती के लिए नए आरएंडपी रूल्स बनाए गए हैं। शिक्षा निदेशालय ने भर्ती प्रक्रिया के लिए रोस्टर लागू किया है। जिसमें सामान्य वर्ग के 508 पद आरक्षित किए गए हैं। वर्तमान में सामान्य वर्ग के 800 से अधिक कंप्यूटर शिक्षक स्कूलों में सेवाएं दे रहे हैं। रोस्टर लागू होने से भी कई शिक्षक बाहर जाएंगे।
यह चाहिए शैक्षणिक योग्यता
बताया जा रहा है कि पीजीटी आईपी के पदों के लिए आवेदन करने के लिए एमएससी कंप्यूटर साइंस या एमएससी आईटी या एमसीए या बीटेक कंप्यूटर साइंस या बीटेक या गणित-फि जिक्स में मास्टर डिग्री के साथ पीजीडीसीए और कंप्यूटर में बी या सी लेबल कोर्स करने वाला आवेदक भर्ती के लिए पंजीकरण करवा सकते हैं।