Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Jul, 2017 01:12 AM
कहते हैं मौहब्बत जात-पात नहीं देखती लेकिन जमाना इसका दुश्मन है। इसकी बानगी गिरिपार क्षेत्र में देखने को मिल रही है।
पांवटा साहिब: कहते हैं मौहब्बत जात-पात नहीं देखती लेकिन जमाना इसका दुश्मन है। इसकी बानगी गिरिपार क्षेत्र में देखने को मिल रही है। यहां पर अंर्तजातीय विवाह करने वाले करीब एक दर्जन प्रेमी जोड़े इस समय बुरी तरह फंस गए हैं। जात-पात की लक्ष्मण रेखा उनके प्यार के बीच आ गई है। इसके चलते वह अपने घर पर नहीं आ पा रहे हैं। करीब एक दर्जन प्रेमी जोड़े शादी के बाद अपने घर की दहलीज नहीं देख पाए हैं। इसके चलते उनके माता-पिता परेशान हैं।
गुपचुप तरीके से रह रहे घर से दूर
क्षेत्र के जिन प्रेमी जोड़ों ने जाति का बंधन तोड़कर शादियां कर रखी हैं वे अब गुपचुप तरीके से अपने घर से दूर रह रहे हैं। हालांकि उनको कानूनी मदद मिल रही है लेकिन उनका कहना है कि पुलिस 24 घंटे उनके घर पर नहीं बैठ सकती। दरअसल, गिरिपार के ऊपरी क्षेत्र में जातिवाद की कुरीति शहरों के मुकाबले कुछ ज्यादा है। गांव में ज्यादातर लोग योग्यता की जगह जाति पर विश्वास करते हैं लेकिन आजकल के पढ़े-लिखे युवा इस बंधन से मुक्ति पाना चाहते हैं।