Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Aug, 2017 04:14 PM
आईएएस अफसर यूनुस, अपनी आईपीएस पत्नी अंजुम आरा और बेटे के साथ राखी के लिए शहीद परमजीत के घर तरनतारन पहुंचे
कुल्लू (मनमिंदर)। आईएएस अफसर यूनुस, अपनी आईपीएस पत्नी अंजुम आरा और बेटे के साथ राखी के लिए शहीद परमजीत के घर तरनतारन पहुंचे। पहली राखी पर इस आईएएस-आईपीएस दंपत्ति के तीन साल के बेटे अरहान ने अपनी बहन खुशदीप कौर से राखी बंधवाई। यूनुस, अंजुम और अरहान कल रात को ही शहीद परमजीत के घर तरनतारन पहुंच गए थे। सभी ने रात वहीं बिताई और सुबह करीब सवा ग्यारह बजे शुखदीप ने अरहान को राखी बांधी।
अरहान की पहली राखी
पंजाब केसरी के साथ बातचीत में कुल्लू के उपायुक्त यूनुस ने बताया कि अरहान को पहली बार किसी ने राखी बांधी है। पहले अरहान हमारी इकलौती संतान थी और उसकी कोई बहन नहीं थी। अब खुशदीप, अरहान की बहन है और वो राखी बंधवा कर काफी खुश हुआ। यूनुस ने बताया कि अब खुशदीप हमारी बेटी है और हमने पहले भी कहा था कि समय मिलने पर वे यहां आते-जाते रहेंगे। यहां आकर पूरे परिवार को खुशी हुई।
शहीद की बेटी ली थी गोद
गौर रहे कि नायब सूबेदार परमजीत सिंह जम्मू कश्मीर के पुंछ में शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी सैनिकों ने उनके शव के साथ भी बर्बरता की थी। इसके बाद यूनुस और अंजुम ने शहीद की छोटी बेटी खुशदीप को गोद लेने का फैसला किया था। शहीद के तीन बच्चे हैं। बड़ी बेटी 16 साल की है जबकि 12 साल की छोटी बेटी खुशदीप का जुड़वां भाई भी है। यूनुस और अंजुम ने शुखदीप को गोद लेते हुए कहा था कि वह अपने परिवार के साथ ही रहेगी लेकिन वह उसकी परवरिश का पूरा जिम्मा उठाएंगे।