Edited By Updated: 20 May, 2017 12:09 PM
हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने देशभर की बस सेवाओं को पछाड़ते हुए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
कांगड़ा: हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) ने देशभर की बस सेवाओं को पछाड़ते हुए एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एचआरटीसी ने यह उपलब्धि एशिया के सबसे ऊंचे इलाकों में अपनी सेवाओं से प्राप्त की है। इसके लिए उसका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। हालांकि, ये रिकॉर्ड वर्ष 2016 में किया गया है, लेकिन आज भी ये बसें उन ऊंचाइयों को छूती है, जिसे लेकर लिम्का बुक ने एचआरटीसी का नाम दर्ज किया है।
90 मिनटों में काजा से लेकर किब्बर तक 25 किलोमीटर का सफर करती तय
उधर, लिम्का बुक के अनुसार एचआरटीसी एशिया के सबसे ऊंचे इलाके किब्बर को मोटरेबल एरिया से जोड़ती है। यह केवल 90 मिनटों में काजा से लेकर किब्बर गांव तक 25 किलोमीटर का सफर तय करती है। लाहौल स्पीति वैली में स्थित इस गांव की ऊंचाई 4270 मीटर है। इसके साथ ही लिम्का बुक का कहना है कि एचआरटीसी एकमात्र ऐसी बस सेवा है, जो कि दिल्ली से लेह तक 1250 किलोमीटर का सबसे लंबा सफर ऊंचे पहाड़ी इलाकों के बीचों-बीच तय करती है। बताया जाता है कि इन ऊपरी इलाकों में रोहतांग, बारलाचा-ला और तंगलालंग-ला जैसे क्षेत्र आते हैं।