Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Jul, 2017 03:45 PM
हिमाचल सरकार ने राज्य के पहाड़ी और संवेदनशील क्षेत्रों में नए भवनों के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शिमला: हिमाचल सरकार ने राज्य के पहाड़ी और संवेदनशील क्षेत्रों में नए भवनों के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया है। बारिश में भूस्खलन और हादसों की आशंका को देखते हुए नई व्यवस्था के आदेश जारी किए गए हैं। पिछले साल मानसून सीजन में मूसलाधार बारिश से 20 से अधिक भवन गिर गए थे। सरकार को मुआवजे के रूप में इससे 841 करोड़ की चपत लगी थी।
2 महीने तक भवन बनाने पर लगी रोक
इस बार उन्होंने हादसों से सबक लेते हुए राज्य में 2 महीने तक भवन बनाने पर रोक लगी है। इतना ही नहीं सरकार ने कहा कि अगर कोई प्रतिबंध के बावजूद भी मालिक भवन निर्माण कराते हैं तो इसी दौरान भूस्खलन और डंगा गिरता है तो इसके लिए वे खुद जिम्मेदार होंगे। वह इसके लिए किसी तरह का मुआवजा नहीं देगी। टाउन प्लानर राजेंद्र चौहान ने कहा कि पहाड़ों पर बारिश के दौरान कटिंग करना बेहद खतरनाक है।
मौसम ठीक होते ही लोग फिर से भवन निर्माण कर सकेंगे
लोगों को दिक्कत न हो इसलिए यह व्यवस्था की गई है। शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने कहा कि मौसम ठीक होते ही लोग फिर से भवन निर्माण कर सकेंगे। बताया जा रहा है कि हिमाचल में इस साल टीसीपी क्षेत्र में ही 400 से अधिक लोगों के भवन निर्माण संबंधी नक्शे पास हुए हैं। राज्य में औसतन हर साल 100 से अधिक भवनों का निर्माण होता है।