Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Feb, 2018 05:14 PM
केंद्रीय बजट के विरोध में देश भर के 10 मजदूर संगठन की यूनियनों ने हल्ला बोला। वित्त मंत्री अरुण जेतली द्वारा पेश किए गए बजट के विरोध में हिमाचल में भी सीटू सड़कों पर उतर आई है। बजट के विरोध में सीटू ने शिमला में धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर...
शिमला (राजीव): केंद्रीय बजट के विरोध में देश भर के 10 मजदूर संगठन की यूनियनों ने हल्ला बोला। वित्त मंत्री अरुण जेतली द्वारा पेश किए गए बजट के विरोध में हिमाचल में भी सीटू सड़कों पर उतर आई है। बजट के विरोध में सीटू ने शिमला में धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सीटू के राज्य महासचिव प्रेम गौतम ने बताया कि पिछले वीरवार को पेश किए गए बजट में मजदूरों गरीबों व किसानों के हितों की अनदेखी की गई है। बजट पूरी तरह मजदूर एवम गरीब विरोधी है, जबकि बड़े-बड़े कॉरपोरेट घरानों को छूट देकर फायदा पहुंचाने की कोशिश को गई है। इनके न्यूनतम वेतन की लंबे समय से लंबित पड़ी मांग पर कोई कदम नहीं उठाया गया है।
मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का ये चौथा बजट था, लेकिन इसमें भी मजदूरों गरीबों के हितों की अनदेखी की गई है। बजट में महंगाई को कम करने, बेरोजगारी को कम करने या आम आदमी के लिए कोई पहल नहीं की गई है। प्रधानमंत्री एवम सरकार सिर्फ प्रचार सरकार बनकर रह गई है। जितना पैसा इस सरकार ने प्रचार में लगाया, उतना विकास में लगाती तो देश की जनता को राहत मिलती।