Edited By Updated: 06 Oct, 2015 10:49 AM
राजधानी के कमला नेहरू अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है।
शिमला: राजधानी के कमला नेहरू अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा प्रसव के दौरान लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। गर्भवती महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया है कि प्रसव के दौरान चिकित्सकों की लापरवाही से बच्चे के दाएं बाजू में पैरालाइज हो गया। सांगटी के राज भवन चोल में रहने वाले भीष्म सिंह ने अस्पताल प्रशासन पर एक माह बाद आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी के प्रसव के समय डाक्टरों की लापरवाही के कारण उनके बेटे जिसका नाम आयूष चंदेल है, उसके दाएं बाजू में पैरालाइज हो गया और मां के पेट में डाक्टरों ने रूई छोड़ दी है। जब आयूष का जन्म हुआ था, उसी समय घर के सदस्यों ने देखा कि बच्चे की एक बाजू सही ढंग से काम नहीं कर रही है।
इस संबंध में चिकित्सकों को भी शिकायत की गई। उन्होंने बताया कि उस समय चिकित्सक का कहना था कि प्रसव के दौरान कई बार ऐसा हो जाता है कि जिसके कारण बच्चों का हाथ सही तरीके से काम नहीं कर पाता लेकिन समय के साथ धीरे-धीरे सब कुछ अपने आप ठीक हो जाता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की बात के बाद उन्होंने एक माह तक इंतजार किया लेकिन बच्चे की बाजू ठीक से कार्य नहीं कर रही थी। उसके बाद उन्होंने अन्य चिकित्सकों से सम्पर्क किया। तब इस बारे मालूम हुआ कि बच्चे की बाजू में पैरालाइज हो गया है। भीष्म सिंह का कहना है उन्होंने 13 सितम्बर को इसकी शिकायत अस्पताल में करवाई। कमला नेहरू अस्पताल की एच.ओ.डी. संतोष मिन्हास के पास लिखित रूप से शिकायत दी है कि अस्पतालकी लापरवाही के कारण उनकी बेटे की जिंदगी खतरे में पड़ी।
क्या कहा संतोष मिन्हास ने
इस विषय में के.एन.एच. की विभागाध्यक्ष संतोष मिन्हास ने बताया कि मुझे इस बारे शिकायत मिली है, इन्क्वायरी बिठा दी गई है, अब इन्क्वायरी की रिपोर्ट आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा।
क्या कहते हैं अस्पताल के एम.एस.
उधर, इस विषय में के.एन.एच. के एम.एस. डा. एल.एस. चौधरी ने बताया कि इस बारे कोई शिकायत नहीं मिली है, यदि शिकायत आती है तो इसकी गहनता से जांच की जाएगी।