Edited By Updated: 06 Jan, 2017 03:05 PM

5 हजार मीटर की प्रतियोगिता में ''उड़नपरी'' के नाम से मशहूर बख्शो देवी ने माइनस 2 डिग्री तापमान में नंगे पांव दौड़ कर गोल्ड जीता था। आज इस बेटी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है...
ऊना: 5 हजार मीटर की प्रतियोगिता में 'उड़नपरी' के नाम से मशहूर बख्शो देवी ने माइनस 2 डिग्री तापमान में नंगे पांव दौड़ कर गोल्ड जीता था। आज इस बेटी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। बख्शो देवी ने लड़कियों के अंडर-19 वर्ग की 1500 मीटर दौड़ में पहला स्थान हासिल कर स्कूल व जिला का नाम रोशन किया। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2016 से सम्मानित स्टेयर्स संस्था की ओर से इंदिरा स्टेडियम ऊना में चार दिवसीय युफ़्लेक्स स्टेयर्ज मेले के तीसरे दिन एथलेटिक्स के अंडर-19 मुकाबल हुए। उड़नपरी बख्शो देवी ने 1500 मीटर दौड़ में पहला स्थान हासिल किया है। जबकि मनीशा ने दूसरा, मोनू ने तीसरा स्थान झटका।
2015 में नंगे पांव दौड़ कर जीता था गोल्ड
गौर हो कि 2015 में नंगे पांव दौड़ जीतने वाली बख्शो के पास ये रेस दौड़ने के लिए अच्छे जूते और ड्रेस तक नहीं थी। ऐसे में स्कूल यूनिफॉर्म और बिना जूतों के ही मैदान पर उतर गई और बड़ी-बड़ी प्रतिभागियों को पछाड़कर मेडल जीत लिया था। आज भी बख्शो ने इस जज्बे को बरकरार रखा है और अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रही है। बख्शो देवी इसी झोपड़ी में रहती है। घर के हालात कुछ अच्छे नहीं हैं। कड़ाके की ठंड में ओढ़ने के लिए ढंग के कंबल और रजाई इस परिवार के पास नहीं। झोपड़ीनुमा घर के एक कमरे के बीचों-बीच बने चूल्हे में परिवार के लिए खाना पकता है। कई संस्थाएं बख्शो की मदद को आगे आई थीं। आज बख्शो के परिवार की आर्थिक स्थिति काफी हद तक ठीक हो चुकी है।