Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Jul, 2017 11:50 PM

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ पार्टी नेताओं द्वारा बगावत का झंडा बुलंद किए जाने से सत्ता-संगठन में घमासान मच गया है..
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ पार्टी नेताओं द्वारा बगावत का झंडा बुलंद किए जाने से सत्ता-संगठन में घमासान मच गया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो सरकार के मुखिया के खिलाफ पत्र बम फोडऩे वालों में 6 विधायक और 8 जिलाध्यक्ष की मिलीभगत है। इसके साथ ही कुछ अन्य पदाधिकारियों के शामिल होने की सूचना आ रही है। विधानसभा चुनाव से पहले मचे इस घमासान का कांग्रेस हाईकमान ने भी कड़ा संज्ञान लिया है।
इसी कड़ी में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू सोमवार को दिल्ली रवाना हुए और वह मंगलवार को हिमाचल कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी सुशील कुमार शिंदे से मिलेंगे। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि दोपहर 1 बजे उनकी पार्टी के नवनियुक्त प्रभारी शिंदे से बैठक प्रस्तावित है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का भी मंगलवार को दिल्ली जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री भी प्रदेश प्रभारी शिंदे से दिल्ली में मुलाकात करेंगे, ऐसे में विधायकों और जिलाध्यक्षों के पत्र बम का पोस्टमार्टम अब दिल्ली में होगा।
सुक्खू बोले यह पार्टी का अंदरूनी मामला
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने बताया कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ-साथ पदाधिकारियों की शिकायतें प्राय: पार्टी तक पहुंचती हैं, ऐसे में यदि किसी को कोई नाराजगी होगी तो उसे बैठकर सुलझा लिया जाएगा। ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि आलाकमान को सिर्फ ऐसे पत्र ही लिखे नहीं जाते बल्कि कुछ व्यक्तिगत तौर पर भी शिकायतें करते हैं।