Edited By Anu Malhotra, Updated: 19 Dec, 2025 12:27 PM

हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बर्माना में स्थित ACC सीमेंट प्लांट के संचालन के कारण उत्पन्न होने वाले वायु प्रदूषण के आरोपों की जांच के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने गठित संयुक्त समिति को चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश...
शिमला: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के बर्माना में स्थित ACC सीमेंट प्लांट के संचालन के कारण होने वाले वायु प्रदूषण के आरोपों की जांच के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने गठित संयुक्त समिति को चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
यह आदेश न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य डॉ. अफ़रोज़ अहमद की खंडपीठ द्वारा दिया गया। मामला गाँव खटेर के निवासी कश्मीर सिंह द्वारा सितंबर 2024 में दायर किया गया था, जिसमें उन्होंने ACC सीमेंट प्लांट के संचालन के कारण स्थानीय वायु प्रदूषण के गंभीर प्रभाव होने का आरोप लगाया था। इस प्रक्रिया में हिमाचल प्रदेश सरकार, राज्य पर्यावरण विभाग और अन्य संबंधित पक्ष भी शामिल हैं।
संयुक्त समिति ने 16 दिसंबर को अतिरिक्त उत्तर प्रस्तुत किया कि तकनीकी विशेषज्ञ रिपोर्ट समय पर प्राप्त न होने के कारण अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट नहीं सौंप पाई। NGT ने अब स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि समिति के दो सदस्यों द्वारा हस्ताक्षरित रिपोर्ट अगले चार सप्ताह में प्रस्तुत की जाए। इसके साथ ही, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के वैज्ञानिक डॉ. नरेंद्र शर्मा को भी उसी अवधि में अपनी रिपोर्ट या टिप्पणियां जमा करने का निर्देश दिया गया है। अगली सुनवाई 12 फरवरी, 2026 को निर्धारित की गई है।
इससे पूर्व, हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (HPSPCB) ने 26 सितंबर को NGT को सूचित किया था कि प्रभावित क्षेत्र में पर्यावरण मुआवजे (Environmental Compensation) के फंड का उपयोग किया जाएगा। प्रस्तावित कार्यों में स्थायी जल संसाधन विकास, वायु गुणवत्ता सुधार और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुदृढ़ बनाने हेतु 15 लाख रुपये का व्यय शामिल था। इसके अतिरिक्त, आठ ठोस कचरा प्रबंधन केंद्रों (segregation sheds) के निर्माण हेतु 4 लाख रुपये और नलाग एवं लगत गांवों में रूट-जोन ट्रीटमेंट सुविधाओं के उन्नयन हेतु 12.88 लाख रुपये खर्च करने का प्रस्ताव रखा गया था।
HPSPCB ने यह भी बताया कि ACC Cement Ltd ने पर्यावरण मुआवजे के रूप में 20 लाख रुपये CPCB और 20 लाख रुपये HPSPCB को जमा किए थे। इनमें से 5 लाख रुपये CPCB को हस्तांतरित किए गए, जबकि शेष 15 लाख रुपये ब्लॉक विकास अधिकारी, सदर बिलासपुर को दिए गए। इस राशि का उपयोग ग्राम पंचायत बर्माना द्वारा पहचाने गए कार्यों—जैसे सोलर स्ट्रीट लाइट्स और हैंडपंप की स्थापना—में किया गया, जो अब पूरी तरह से पूरा हो चुका है। ACC Cement Ltd ने NGT को आश्वस्त किया है कि वह संयुक्त समिति की सिफारिशों के अनुपालन में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और स्थानीय वायु गुणवत्ता बनाए रखने के लिए आवश्यक सभी कदम उठाएगा।