Edited By Dishant Kumar, Updated: 15 Apr, 2021 09:46 PM
कोरोना की दूसरी लहर में हिमाचल प्रदेश में भी आंकड़े चिंता का विषय बनते जा रहे हैं । प्रदेश सरकार भी गंभीरता को भांपते हुए समय समय पर एडवाइजरी जारी कर रही है । इसी कड़ी में प्रदेश में धार्मिक शक्तिपीठों के लिए देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को देखते...
कोरोना की दूसरी लहर में हिमाचल प्रदेश में भी आंकड़े चिंता का विषय बनते जा रहे हैं । प्रदेश सरकार भी गंभीरता को भांपते हुए समय समय पर एडवाइजरी जारी कर रही है । इसी कड़ी में प्रदेश में धार्मिक शक्तिपीठों के लिए देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए सरकार ने कोविड नियमों की पालना करवाने के लिए उनके मालवाहक वाहनों में आने पर रोक लगा दी है । जिसके कारण मालवाहक वाहनों में प्रदेश आने वाले श्रद्धालुओं को पुलिस हिमाचल की सीमाओं पर रोक रही है । हालांकि कोविड से बचाव और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर यह रोक सही जान पड़ती है लेकिन जानकारी के अभाव में बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को इससे परेशानी भी हो रही है ।
कोरोना की इस चिंताजनक लहर को प्रदेश की सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने माना तो है, लेकिन कोरोना संकट में होने वाले चुनावों को उन्होंने सामान्य प्रक्रिया का ही हिस्सा बताया है । उन्होंने अपनी बात के पक्ष में विधानसभा और पंचायती राज चुनाव दोनों का जिक्र किया ।