Edited By Dishant Kumar, Updated: 15 Mar, 2021 08:41 PM
बीआरओ ने रिकॉर्ड समय में मनाली लेह मार्ग के बारालाचा दर्रे को बहाल कर लिया है। बारालाचा दर्रे के बहाल होने से लेह मार्ग के जल्द बहाली की उम्मीद जगी है। मनाली की ओर से बीआरओ की हिमांक परियोजना की अब मात्र 25 किमी सड़क बहाली शेष रह गई है। बीआरओ ने...
बीआरओ ने रिकॉर्ड समय में मनाली लेह मार्ग के बारालाचा दर्रे को बहाल कर लिया है। बारालाचा दर्रे के बहाल होने से लेह मार्ग के जल्द बहाली की उम्मीद जगी है। मनाली की ओर से बीआरओ की हिमांक परियोजना की अब मात्र 25 किमी सड़क बहाली शेष रह गई है। बीआरओ ने मनाली से 160 किमी दूर बारालाचा दर्रे को पार कर लिया। रोहतांग दर्रे पर बनी अटल टनल ने सभी को बड़ी राहत दी है। टनल बनने से अब बीआरओ की रोहतांग बहाली पर होने वाला करोड़ों का खर्च भी बच गया है। अटल टनल ने न केवल लेह की 46 किमी दूरी कम की है बल्कि बीआरओ सहित सेना की राह भी सरल बनाई है। बीआरओ ने अटल टनल की मदद से सर्दी भर लाहुल घाटी को मनाली से जोड़े रखा है। मनाली की ओर से बीआरओ ने बारालाचा दर्रे को पार कर सरचू की ओर कूच कर लिया है जबकि हिमांक परियोजना भी सड़क बहाल करते हुए लेह की ओर से सरचू की ओर बढ़ रही है। बीआरओ ने मनाली लेह मार्ग सहित कुंजम दर्रे व शिंकुला दर्रे की बहाली भी तेज कर दी है। बीआरओ के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को बीआरओ ने बारालाचा दर्रे को बहाल कर लिया। उन्होंने बताया कि बीआरओ बारालाचा दर्रे से आगे बढ़ गया है जबकि रविवार को एक टीम सरचू भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि मनाली की ओर अब मात्र 25 किमी सड़क बहाली शेष रह गई है। वही बीआरओ जल्द ही मनाली लेह मार्ग को बहाल कर लेगा।