Edited By Updated: 16 May, 2016 12:25 PM
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) मंडी के वर्ष 2015 के बैच के पासआउट स्टूडेंट्स चंदन सत्यार्थी ने एक ऐसा ऐप तैयार किया है...
मंडी (नीरज शर्मा): भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आई.आई.टी.) मंडी के वर्ष 2015 के बैच के पासआउट स्टूडेंट्स चंदन सत्यार्थी ने एक ऐसा ऐप तैयार किया है जिसे डाउनलोड कर आप अपनी पहचान बताए बिना दिल की बात कह सकते हैं। इससे यह होगा कि बाकी लोग लिखे हुए विचारों को पढ़ तो पाएंगे, लेकिन उन्हें यह मालूम नहीं हो पाएंगे कि इसे लिखा किसने है। इस ऐप का नाम है लिक्विड।
बताया जा रहा है कि ऐप में अफवाहें अश्लीलता फैलाने का ज्यादा खतरा रहता है, लेकिन लिक्विड इसके लिए तैयार है। ऐप निर्माताओं का मानना है कि उन्होंने अश्लीलता फैलाने के सभी दरवाजों को बंद कर दिया है और ऐप की 24 घंटे मॉनिटरिंग की जा रही है। ऐप डिवेलपर का दावा है कि अब तक इस ऐप के साथ सैंकड़ों लोग जुड़ चुके हैं। जानकारी के मुताबिक ऐप बनने के महज दो सप्ताह बाद ही 300 से अधिक यूजर ने इसे डाउनलोड भी कर लिया है।
इसकी खास बात यह है कि ऐप को बिना किसी यूजर आई.डी. के प्रयोग किया जा सकता है। साइट पर बिना किसी आई.डी. के अपने विचार सांझा किए जा सकते हैं। आई.आई.टी. में स्थापित न्यू टेक्नालॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर ऑन इंस्टीट्यूट की मदद से संस्थान के छात्र ने लिक्विड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई है।