Edited By Updated: 13 Aug, 2016 04:34 PM

चेहरे पर भले ही मुस्कान हो लेकिन इस बुजर्ग ने मौत को करीब से देखा है। 10 घंटे उफनती नदी के बीच बिताकर यह व्यक्ति किनारे पहुंचा तो राहत की सांस ली।
नगरोटा सूरियां (कांगड़ा): चेहरे पर भले ही मुस्कान हो लेकिन इस बुजर्ग ने मौत को करीब से देखा है। 10 घंटे उफनती नदी के बीच बिताकर यह व्यक्ति किनारे पहुंचा तो राहत की सांस ली। बता दें कि हिमाचल के कांगड़ा जिले की उफनती नदी में बुजुर्ग 10 घंटे मौत और जिंदगी से जूझता रहा। नगरोटा सूरियां की बासा पंचायत में एक बुजुर्ग गज खड्ड के बीचोंबीच फंस गया।
जानकारी के मुताबिक वासुदेव बुजुर्ग खेतों को देखने गया था। अचानक गज खड्ड का बहाव बढ़ गया और वह बीच खड्ड में फंस गया। वहीं स्थानीय दो युवकों कुंदन लाल और तरसेम लाल ने उसे खड्ड में फंसा हुआ देखा तो उन्होंने हिम्मत दिखाकर खड्ड में छलांग लगा दी और बुजुर्ग तक पहुंच गए। उन्होंने सुरक्षित बुजुर्ग को बाहर निकाल लिया। प्रशासन की आपदा प्रबंधन की तैयारियों की भी पोल खुल गई। वासुदेव के खड्ड के बीच फंसे होने की सूचना प्रशासन को भी दी गई थी।
नगरोटा सूरियां के पुलिस चौकी प्रभारी प्रेम चंद शर्मा और पंचायत प्रधान प्रेमलता भी मौके पर पहुंचे। वहीं वासुदेव ने बताया कि उसने एक पेड़ को पकड़ कर रखा था। इससे वह बहने से बच गया। युवकों की बहादुरी की तारीफ हो रही है जिन्होंने जान की परवाह किए वासुदेव को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। वासुदेव को देखने के लिए काफी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए थे।