Edited By prashant sharma, Updated: 21 May, 2020 03:57 PM
हरोली क्षेत्र के तहत बाथू क्वारंटाईन केंद्र में अन्य राज्यों से आए लोगों की स्वास्थ्य विभाग ऊना की टीम द्वारा बुधवार देर शाम कोविड-19 के टेस्ट किए गए।
टाहलीवाल (गौतम) : हरोली क्षेत्र के तहत बाथू क्वारंटाईन केंद्र में अन्य राज्यों से आए लोगों की स्वास्थ्य विभाग ऊना की टीम द्वारा बुधवार देर शाम कोविड-19 के टेस्ट किए गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा टेस्ट के दौरान इस्तेमाल किए गए दस्ताने, पीपीई किट, टेस्ट स्टिक सहित अन्य सामान बाथू क्वारंटाईन केंद्र के प्रांगण में ही छोड़ दिया गया। पूरी रात इस्तेमाल किया गया बेस्ट मटेरियल ऐसे ही पड़ा रहा। तेज हवा से बेस्ट मटेरियल इधर उधर उड़कर भी जा सकता था। बड़ी ही हैरत की बात है स्वास्थ्य विभाग का एक बड़ा अधिकारी टीम में मौजूद होने के बावजूद कोविड-19 के टेस्ट किए हुए मेडिकल वेस्ट को खुले में फैंकना एक गैर जिम्मेदाराना और बड़ी लापरवाही है।
सुबह जब इस वेस्ट को उठाने के लिए सफाई कर्मियों को कहा गया तो उन्होंने भी लापरवाही से फैंके वेस्ट को उठाने से मना कर दिया। जब इस बारे में पंजाब केसरी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के जिला अध्िकारी से बात की गई तो स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया और तत्काल इस वेस्ट को वहां से हटाया गया। बाथू क्वारंटाईन केंद्र के साथ प्रवासी मजदूरों की झुंगी झोंपड़ियां है, यहां सैंकड़ों मजदूर रहते हैं और उनके बच्चे बाथू कॉमन फैसिलिटी क्वारंटाईन सैंटर के आस पास खेलते रहते हैं और मवेशी और पालतू कुत्ते इसके आस पास घूमते आम देखे जा सकते हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम की गैरजिम्मेदाराना हरकत एक बड़ी लापरवाही का कारण भी बन सकती थी। कोविड-19 में कोरोना वॉरियर्स की भूमिका निभा रहा स्वास्थ्य विभाग लोगों को जागरूक करने के लिए ऐसे दिशा निर्देश जारी करता है, ऐसे में अगर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ऐसी लापरवाही करेंगे तो महामारी को हराना मुश्किल हो जाएगा।
कोविड टेस्ट स्वास्थ्य टीम में शामिल डॉक्टर का कहना है कि हमारी टीम बुधवार को दोपहर 3 बजे के करीब बाथू क्वारंटाईन केंद्र में पहुंच गई थी, वहां पर सैनेटाईज की व्यवस्था देर शाम को उपलब्ध करवाई गई। वहां कोई सफाई कर्मचारी भी नही था और ना ही मेडिकल वेस्ट डालने के लिए कोई पॉलिथीन उपलब्ध करवाया गया। बाथू कंवारटाईन केंद्र के नोडल अध्िकारी वीडीओ अतुल पुंडीर का कहना है कि मामला ध्यान में आ गया है, जांच के निर्देश दिए जा रहे हैं। सीएमओ रमन कुमार का कहना है कि कोविड-19 के टेस्ट में इस्तेमाल किए गए सामान को इस्तेमाल करने के बाद पॉलिथीन में डालने के निर्देश है ताकि इसे नियमानुसार सही तरीके नष्ट किया जा सके। मीडिया द्वारा मामला ध्यान में लाया गया है, वीएमओ हरोली को इस बारे जांच के निर्देश दिए जा रहे हैं।