Edited By Kuldeep, Updated: 11 Jan, 2025 06:20 PM
कांगड़ा बैंक से ऋण लेने के मामले में आरोपी बनाए गए कारोबारी युद्ध चंद बैंस शनिवार को ऊना स्थित विजीलैंस एवं एंटी क्रप्शन ब्यूरो के ऑफिस पहुंचे। हालांकि आज छुट्टी थी और विजीलैंस ऑफिस में कोई भी अधिकारी नहीं था।
ऊना (सुरेन्द्र): कांगड़ा बैंक से ऋण लेने के मामले में आरोपी बनाए गए कारोबारी युद्ध चंद बैंस शनिवार को ऊना स्थित विजीलैंस एवं एंटी क्रप्शन ब्यूरो के ऑफिस पहुंचे। हालांकि आज छुट्टी थी और विजीलैंस ऑफिस में कोई भी अधिकारी नहीं था। ऐसे में उन्होंने न्यायालय के आदेशों के मुताबिक विजीलैंस ऑफिस में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और उसके बाद मीडिया से मिले।
युद्ध चंद बैंस ने आरोप लगाया कि उन्हें टारगेट किया जा रहा है और उन पर विजीलैंस ने ऋण मामले में इसलिए केस दर्ज किया है क्योंकि उन्होंने सरकार के कई प्रमुख नेताओं व अधिकारियों के खिलाफ दिल्ली स्थित ईडी कार्यालय में शिकायत दर्ज की है। उनका आरोप था कि कुछ नेताओं ने उन पर दबाव बनाया कि वह केस को वापस ले लें और इसकी एवज में उन्हें 100 करोड़ का ऋण भी जारी कर दिया जाएगा और उन्हें कोई बड़ा पद भी दे दिया जाएगा। जब वह नहीं माने तो उन पर यह बदले की भावना से एफआईआर दर्ज हुई है जबकि प्रदेश की पूर्व वीरभद्र सरकार के समय उन्हें ऋण देने का मामला स्वीकृत हुआ था।
कांगड़ा बैंक ने ऊना ब्रांच से इसलिए ऋण देने का फैसला किया था क्योंकि यहां की कालेज ब्रांच का कारोबार 300 करोड़ के आसपास था। बैंस ने मीडिया कर्मियों के सामने कई मौजूदा नेताओं पर गंभीर आरोप भी लगाए। बैंस ने आरोप लगाया कि उन्हें प्रताड़ित करने के बहाने बनाए जा रहे हैं। उनके पास कई प्रमाण हैं और यह सभी ईडी ऑफिस में दे दिए गए हैं। उनका फोन भी ईडी के पास है जिसमें वह सभी तथ्य हैं जिनमें नेताओं और अधिकारियों की कॉल्स डिटेल मौजूद हैं।