Edited By Kuldeep, Updated: 16 Mar, 2020 06:25 PM
जमीन का जायज मुआवजा न मिलने से भड़के धौलासिद्ध पनविद्युत परियोजना विस्थापित संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा से उनके निवास स्थान पर मिले।
सुजानपुर: जमीन का जायज मुआवजा न मिलने से भड़के धौलासिद्ध पनविद्युत परियोजना विस्थापित संघर्ष समिति का प्रतिनिधिमंडल सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा से उनके निवास स्थान पर मिले। समिति पदाधिकारियों ने बताया कि दर्जनों गांवों के लोगों की उपजाऊ जमीन का इस परियोजना के लिए अधिग्रहण किया जा रहा है लेकिन मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। समिति के अध्यक्ष दलजीत राणा व विभिन्न गांवों से आए लोगों ने विधायक राजेंद्र राणा को बताया कि उनकी जमीन का मुआवजा सही नहीं दिया जा रहा है। सर्कल रेट 2 लाख 28 हजार रुपए है जबकि 20,000 रुपए दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सर्कल रेट का 4 गुणा मुआवजा व शहरी क्षेत्र में सर्कल रेट का दोगुणा मुआवजा दिए जाने का प्रावधान है लेकिन उनसे जमीन अधिग्रहण करने के बाद लिखा जा रहा है कि अपनी जरूरतों के लिए ग्रामीण जमीन बेच रहे हैं।
विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया गया था
उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रोजैक्ट में कार्यरत एक सेवानिवृत्त अधिकारी ग्रामीणों को डराधमका रहे हैं कि अगर जमीन नहीं दी तो भी डैम के पानी में डूब जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की आय का प्रमुख साधन उनकी उपजाऊ जमीन ही है लेकिन डरा-धमकाकर औने-पौने दामों में जमीन खरीदने से ग्रामीण सड़क पर आ जाएंगे। प्रतिनिधिमंडल की समस्या को सुनने के बाद विधायक राजेंद्र राणा ने उसी समय एसडीएम सुजानपुर व जिलाधीश हमीरपुर से दूरभाष पर इस मुद्दे को लेकर बातचीत की। उन्होंने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया गया था तथा अब व्यक्तित रूप से भी उनकी समस्या को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के समक्ष रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक वाजिब मुआवजा ग्रामीणों को नहीं मिलेगा, तब तक इस मसले को सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।