Edited By kirti, Updated: 31 Mar, 2020 05:41 PM
राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल भवन चंडीगढ़ में सरकारी लापरवाही को लेकर सरकार पर आरोप जड़ते हुए कहा है कि या तो सरकारी सिस्टम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की आंखों में धूल झोंक कर कोरोना महामारी में इंतजामों के नाम पर उनको ही...
हमीरपुर : राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने हिमाचल भवन चंडीगढ़ में सरकारी लापरवाही को लेकर सरकार पर आरोप जड़ते हुए कहा है कि या तो सरकारी सिस्टम मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की आंखों में धूल झोंक कर कोरोना महामारी में इंतजामों के नाम पर उनको ही गुमराह करने में लगा है या फिर महामारी के दौर में भी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकारी सिस्टम की लापरवाही की हद से परे की बदहाल स्थिति यह है कि जो हिमाचल भवन मुख्यमंत्री के आदेश पर चंडीगढ़ व इसके आसपास फंसे हिमाचली छात्रों व कामगारों के लिए खोला गया है, उसे सरकारी अमले ने अपने परिवारों व रिश्तेदारों की मौज का अड्डा बनाकर रख लिया है। लॉकडाउन की स्थिति में सरकारी अफसरों के बच्चों को ठहराया गया है। जो हिमाचल भवन चंडीगढ़ में पढ़ रहे छात्रों के लिए खोला गया था उसमें आईएएस, एचएएस के बच्चों व रिश्तेदारों को ठहराया गया है। जबकि फंसे हुए छात्रों, कामगारों के लिए हिमाचल भवन के किबाड़ बंद कर रखे हैं। मुश्किल के इस दौर में जिस हिमाचल भवन को आम छात्रों के लिए खोलने के आदेश दिए गए थे, वहां अफसरों के बच्चों ने डेरा जमाया हुआ है।
महामारी के इस मुश्किल दौर में आम गरीब छात्रों को सरकार के आदेश के बावजूद कोई राहत नहीं मिल पा रही है। 400 से 500 छात्रों, कामगारों की टेलीफोन पर आई गुहार को नजरअंदाज करके हिमाचल भवन को अफसरों ने अपने बच्चों व रिश्तेदारों को ठहराने का अड्डा बनाया हुआ है। चंडीगढ़ स्थित हिमाचल भवन के 43 कमरों व आधा दर्जन के करीब हॉलों व डोरमेटरियों का प्रयोग या तो आईएएस व एचएएस अधिकारियों के रिश्तदारों, बच्चों व उनके साथ पहुंचे स्टाफ को रोका गया है। सूचना यह भी है कि कुछ नेताओं ने भी अपने रिश्तेदारों को यहां ठहराया हुआ है। जबकि जिन हिमाचली छात्रों व कामगारों को हिमाचल भवन को खोलने के आदेश दिए हुए थे वह अभी भी अपने-अपने स्थानों पर राहत का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब इस बात का खुलासा हुआ तो वहां के प्रबंधक स्टाफ ने मीडिया तक को भी सूचना देने से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि कमोवेश दिल्ली हिमाचल सदन व हिमाचल भवन के भी यही हालात हैं। जो सुविधा सरकार ने आम फंसे हुए हिमाचलियों के लिए दी थी उसका दुरुपयोग सरकारी अमला खूब कर रहा है। उन्होंने ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वह इस मामले में दोषी सरकारी अमले की जवाबदेही फिक्स करके तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करे, क्योंकि कोरोना महामारी के इस दौर में आम जनता पर कार्रवाई करने वालों को भी कार्रवाई का सबक मिलना जरुरी है।