Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Jul, 2017 10:57 PM
पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया द्वारा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ किए गए जुबानी हमले का मामला पार्टी हाईकमान के दरबार पहुंच गया है
शिमला: पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया द्वारा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ किए गए जुबानी हमले का मामला पार्टी हाईकमान के दरबार पहुंच गया है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी के एक धड़े ने पूरे मामले की रिपोर्ट हाईकमान को प्रेषित की है, ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले उपजे इस विवाद पर हाईकमान जल्द कड़ा संज्ञान ले सकता है। मुख्यमंत्री पर जुबानी वार करने का खमियाजा भले ही मेजर मनकोटिया को पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष पद को गंवाकर भुगतना पड़ा हो लेकिन कांग्रेस पार्टी अब तक उन पर किसी भी तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में नहीं ला पाई है।
पार्टी का एक धड़ा संगठन के पदाधिकारियों से खासा नाराज
पार्टी का एक धड़ा संगठन के पदाधिकारियों से खासा नाराज चल रहा है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार इसी धड़े ने पार्टी हाईकमान तक मनकोटिया मामले को पहुंचाया है। संबंधित खेमे ने इस मामले में अखबारों की कटिंग व वीडियो के साथ पार्टी हाईकमान व अन्य केंद्रीय नेताओं को विस्तृत रिपोर्ट प्रेषित की है। गौरतलब है कि उपाध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद मेजर मनकोटिया ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने बाकायदा पत्रकार वार्ता कर वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की मांग तक कर डाली है। इसके बाद कांग्रेस पार्टी में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। विपक्ष भी इस मामले में सरकार को घेरने में लग गया है।
अंबिका सोनी से उठाया जाएगा मामला
प्रदेश में उपजे उक्त विवाद के बीच पार्टी की हिमाचल प्रभारी अंबिका सोनी सोमवार को यू.पी.ए. की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मीरा कुमार के साथ शिमला आ रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी के नेता मनकोटिया मामले पर उनसे चर्चा कर सकते हैं। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि इस दौरान अंबिका सोनी इस मामले में प्रदेश कांग्रेस को कड़े कदम उठाने को कह सकती हैं। विशेष है कि अंबिका सोनी पहले ही कह चुकी हैं कि प्रदेश में कांग्रेस मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नेतृत्व में ही इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
संगठन को रिपोर्ट का इंतजार
पार्टी सूत्रों की मानें तो संगठन मेजर मनकोटिया द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर की गई बयानबाजी को लेकर रिपोर्ट तैयार करने में जुटा हुआ है। ऐसे में जब तक रिपोर्ट तैयार नहीं हो जाती, तब तक मनकोटिया पर पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई करने से हिचकिचा रही है।