Edited By Jyoti M, Updated: 08 Dec, 2025 03:34 PM

शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के डांसा पंचायत क्षेत्र के निवासियों ने आखिरकार चैन की साँस ली है। कई दिनों से रिहायशी क्षेत्र में घूम रहे एक खूंखार व्यस्क मादा भालू को वन विभाग की विशेषज्ञ टीम ने सफलतापूर्वक पकड़ लिया है, जिससे पूरे इलाके में फैला भय...
हिमाचल डेस्क। शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के डांसा पंचायत क्षेत्र के निवासियों ने आखिरकार चैन की साँस ली है। कई दिनों से रिहायशी क्षेत्र में घूम रहे एक खूंखार व्यस्क मादा भालू को वन विभाग की विशेषज्ञ टीम ने सफलतापूर्वक पकड़ लिया है, जिससे पूरे इलाके में फैला भय का माहौल समाप्त हो गया है।
पालतू पशुओं पर लगातार हो रहे थे हमले
पिछले कुछ समय से डांसा पंचायत के ग्रामीण लगातार दहशत में जी रहे थे। यह भालू गाँव के पालतू पशुओं को अपना निशाना बना रहा था, जिससे स्थानीय लोगों का नुकसान हो रहा था और वे अत्यधिक चिंतित थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, वन मंडल अधिकारी, गुरहर्ष सिंह के त्वरित निर्देश पर, तुरंत वन विभाग की रैपिड रेस्क्यू टीम (RRT) को कार्रवाई के लिए मौके पर भेजा गया।
RRT की विशेषज्ञता लाई रंग
डिप्टी रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर ललित भारती के नेतृत्व में गठित टीम ने इस भालू को पकड़ने की रणनीति बनाई। उन्होंने तुरंत प्रभावित क्षेत्र में एक बड़ा पिंजरा स्थापित किया। रैपिड रेस्क्यू टीम के अथक प्रयास और निगरानी के बाद, पिछली रात एक वयस्क मादा भालू इस पिंजरे में फँस गई। टीम की यह सफलता उनकी विशेषज्ञता और साहस का प्रमाण है।
वन रक्षक सरजीत कुमार ने इस ऑपरेशन को न केवल स्थानीय लोगों के लिए राहत बताया, बल्कि इसे वन्यजीव संरक्षण की दिशा में भी एक बड़ी उपलब्धि करार दिया।
गाँव में लौटा सुरक्षा का अहसास
स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले कई दिनों से उन्हें अपने बच्चों को बाहर भेजने में डर लगता था और पालतू पशुओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंता बनी रहती थी। अब इस भालू के पकड़े जाने से गाँव में सुरक्षा का माहौल लौट आया है और सभी निवासी राहत महसूस कर रहे हैं।