Edited By Jyoti M, Updated: 20 Sep, 2024 11:05 AM
पिछले कुछ वर्षों से कांगड़ा में बढ़ रही बेसहारा पशुओं की तादाद से जनता परेशान है, लेकिन अब उसके पश्चात आवारा कुत्तों व बंदरों की बढ़ती संख्या से जनता और परेशान है।
कांगड़ा, (अविनाश) : पिछले कुछ वर्षों से कांगड़ा में बढ़ रही बेसहारा पशुओं की तादाद से जनता परेशान है, लेकिन अब उसके पश्चात आवारा कुत्तों व बंदरों की बढ़ती संख्या से जनता और परेशान है। लोगों का कहना है कि प्रशासन से बार-बार गुहार लगाने के बावजूद इन पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दिन- प्रतिदिन बढ़ रही बेसहारा पशुओं और कुत्तों व बंदरों से हमें बचाया जाए।
नगर परिषद कांगड़ा के कार्यकारी अधिकारी चमन लाल ने कहा कि इस मामले में प्रदेश सरकार ही काऊ सैंक्चुरी बनाकर बेसहारा पशुओं को उसमें रखकर समस्या का समाधान कर सकती है। बंदरों के बारे में बात करने पर रेंज ऑफिसर कांगड़ा सौरभ शर्मा ने कहा कि पुराना कांगड़ा व मंदिर के आसपास बंदरों को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए जा रहे हैं।
कुत्तों के बारे में बात करने पर वैटर्नरी डाक्टर योगेश कुमार ने कहा कि अगर नगर परिषद कांगड़ा हमारे विभाग का सहयोग मांगती है तो हम कुत्तों की दिन-प्रतिदिन बढ़ रही संख्या को कंट्रोल करने के लिए उनका ऑप्रेशन कर सकते हैं, लेकिन उनकी देखभाल नगर परिषद को ही करनी होगी। एस.डी. एम. कांगड़ा इशांत जसवाल ने कहा कि अगर कांगड़ा में सरकार काऊ सैंक्चुरी का निर्माण कर देती है तो बेसहारा पशुओं की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल सकती है।