Edited By Vijay, Updated: 29 Jun, 2019 03:49 PM
परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला में 9वें दिन भी स्कूली छात्रों व आम जनता को यातायात की सुविधा के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। भुंतर के भुलंगधार क्षेत्र के दर्जनों छात्र व अभिभावकों ने ए.डी.एम. कुल्लू अक्षय सूद को ज्ञापन देकर...
कुल्लू (दिलीप): परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के गृह जिला में 9वें दिन भी स्कूली छात्रों व आम जनता को यातायात की सुविधा के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। भुंतर के भुलंगधार क्षेत्र के दर्जनों छात्र व अभिभावकों ने ए.डी.एम. कुल्लू अक्षय सूद को ज्ञापन देकर अतिरिक्त बस की मांग की। इस पर ए.डी.एम. ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। भुलंगधार के लिए परिवहन निगम के दोहपर में 2 बस रूट हैं, जिससे सैंकड़ों लोगों को यातायात की सुविधा नहीं मिल रही है। इस क्षेत्र के लिए एक प्राइवेट बस रूट एक साल से बंद पड़ा हुआ है, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुल्लू जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में जनता को 3-4 घंटों तक बसों का इंतजार करना पड़ रहा है।
स्कूल देरी से पहुंचने पर बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
भुंलग गांव के स्थानीय ग्रामीण गुड्डू ने बताया कि क्षेत्र के लिए सिर्फ परिवहन निगम के 2 बस रूट हैं, जिस कारण सैंकड़ों लोगों व स्कूली छात्रों को यातायात की सुविधा नहीं मिल रही है। इसके चलते स्कूली छात्रों को पैदल सफर करना पड़ रहा है। इस दौरान बच्चे 2-3 घंटे देरी से स्कूल पहुंचे रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
कई किलोमीटर पैदल सफर करने को मजबूर हुए छात्र
छात्रा कमला ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से स्कूली छात्रों को यातायात की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिस कारण उन्हें कई किलोमीटर पैदल सफर करने को मजबूर होना पड़ रहा है। छात्रों ने मांग की है कि एक अतिरिक्त बस का इंतजाम किया जाए ताकि स्कूली छात्रों को यातायात की सुविधा मिल सके।
हादसे का कारण सिर्फ ओवरलोडिंग ही नहीं
लगघाटी के डुगीलग के देवेंद्र सिंह ने बताया कि खणीपांद में 3 माह पहले से परिवहन निगम का बस रूट बद पड़ा है, जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बंजार हादसा तो अभी हुआ लेकिन लगघाटी में बस सेवा न होने सेआम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हादसे का कारण सिर्फ ओवरलोडिंग ही नहीं हो सकती और भी कई कारण हो सकते हैं।
37 सीटर बस में 38वें व्यक्ति को न बिठाना सही नहीं
उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग न हो लेकिन 37 सीटर बस में 38वें व्यक्ति को न बिठाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार के फैसले से जनता, स्कूल व कॉलेज छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूली छात्रों को बसों में नहीं बैठाया जा रहा है, जिससे बच्चे रात के अंधेरे में घर पहुंच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को बस रूट बढ़ाने चाहिए ताकि आमजनता व स्कूली छात्रों को यातायात की सुविधा मिल सके।