Edited By Jyoti M, Updated: 30 Jul, 2025 01:08 PM

साइबर ठगी को लेकर कभी फर्जी कॉल, कभी प्रलोभन देने के लिए लाखों रुपए जीतने संबंधी बात का जरिया तो कभी व्हाट्सएप पर कई तरह के लिंक व सरकारी योजनाओं के लाभ संबंधी मैसेज के तरीकों के साथ ही शातिरों द्वारा अलग-अलग माध्यमों का उपयोग करते हुए लोगों को...
धर्मशाला, (विवेक): साइबर ठगी को लेकर कभी फर्जी कॉल, कभी प्रलोभन देने के लिए लाखों रुपए जीतने संबंधी बात का जरिया तो कभी व्हाट्सएप पर कई तरह के लिंक व सरकारी योजनाओं के लाभ संबंधी मैसेज के तरीकों के साथ ही शातिरों द्वारा अलग-अलग माध्यमों का उपयोग करते हुए लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाकर ऑनलाइन ठगी में माहिर स्कैमर अपने खातों में पैसा इकट्ठा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसके बीच अब ठगों द्वारा एक और नया पैंतरा अपनाया जा रहा है।
इस नए तरीके के तहत शातिरों द्वारा उपभोक्ताओं के मोबाइल पर बिजली-पानी के बिलों से संबंधित फर्जी एस.एम.एस. लोगों को भेजा जा रहा है। जिसे क्लिक करते ही लोगों के मोबाइल से संबंधित जानकारी व बैंक अकाऊंट की सारी डिटेल शातिरों के पास पहुंच रही है। जिसके बाद ऑनलाइन ठगी का खेल शुरू होते ही बैंक खाते खाली होने की संभावना बन रही है। इसको लेकर जगह-जगह कई शिकायतें आ रही हैं। हालांकि इससे संबंधित किसी मामले में साइबर थाना नॉर्दर्न जोन में किसी प्रकार की कोई ऐसी शिकायत नहीं आई है।
प्रवीण धीमान, ए.एस.पी. साइबर थाना नॉर्दर्न रेंज, धर्मशाला का कहना है कि शातिरों द्वारा ऑनलाइन ठगी के अनेक जरिए अपनाए जा रहे हैं। ऐसे में इन दिनों पानी-बिजली से संबंधित एक संदेश लोगों के मोबाइलों पर आने के मामलों के बारे में बताया जा रहा है। इसके तहत मैसेज पर क्लिक करते ही सारी जानकारी शातिरों के पास पहुंचने से बैंक अकाऊंट खाली होने की संभावना बन रही है। हालांकि साइबर क्राइम थाना नॉर्दर्न रेंज के तहत अभी तक इस ठगी से संबंधित कोई भी शिकायत नहीं आई है।