Edited By Kuldeep, Updated: 26 Jul, 2024 09:35 PM
दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला टनल का शुक्रवार को कारगिल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली शुभारंभ किया। लद्दाख की ओर शिंकुला टनल के नॉर्थ पोर्टल में पहले ब्लास्ट से कार्य की शुरूआत हुई।
मनाली (सोनू): दुनिया की सबसे ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला टनल का शुक्रवार को कारगिल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली शुभारंभ किया। लद्दाख की ओर शिंकुला टनल के नॉर्थ पोर्टल में पहले ब्लास्ट से कार्य की शुरूआत हुई। बीआरओ की योजक परियोजना ने निर्माण कार्य की तैयारियां पूरी कर ली हैं, केंद्र सरकार ने 2 साल पहले ही योजक परियोजना का गठन किया है। इससे पहले इस परियोजना ने देश की महत्वपूर्ण 9 किलोमीटर लंबी टनल को तैयार किया है। शिंकुला टनल लद्दाख और हिमाचल को कनैक्टीविटी देगी। 16580 फुट की ऊंचाई पर बनने वाली इस टनल की लंबाई 4.1 किमी होगी। बीआरओ की मानें तो टनल पर 1681 करोड़ रुपए खर्च स्वीकृत होंगे। सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस टनल से पाक और चीन सीमा तक भारतीय सेना की पहुंच आसान होगी। टनल बनने से मनाली-कारगिल और मनाली-लेह सामरिक मार्ग के बीच 12 महीने सेना के साथ आम लोगों और पर्यटक वाहनों की आवाजाही होगी। यह टनल सामरिक महत्व के लिहाज से चीन और पाकिस्तान की सीमा तक भारतीय सेना को पहुंचने के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प होगा। बीआरओ योजक परियोजना के चीफ आरके शाह ने बताया कि इस टनल का निर्माण 3 साल के भीतर पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टनल के निर्माण से लेह-लद्दाख की जांस्कर घाटी के लोगों को राहत मिलेगी तथा सेना के लिए भी यह सड़क सुरक्षित व आरामदायक होगी।