Edited By kirti, Updated: 11 Nov, 2019 03:19 PM
सरकार द्वारा इन्वेस्टर मीट के रूप में निवेश के लिए अच्छी पहल की गई। इंडस्ट्री के मामले में देखें तो हिमाचल इसमें पिछड़ा है, प्रदेश में ऐसी इंडस्ट्री आनी चाहिए, जिसका राजस्व बाहर जाने के बजाय प्रदेश को मिले। यह बात इन्वेस्टर मीट में आए माइक्रो सॉफ्ट...
धर्मशाला (निप्पी): सरकार द्वारा इन्वेस्टर मीट के रूप में निवेश के लिए अच्छी पहल की गई। इंडस्ट्री के मामले में देखें तो हिमाचल इसमें पिछड़ा है, प्रदेश में ऐसी इंडस्ट्री आनी चाहिए, जिसका राजस्व बाहर जाने के बजाय प्रदेश को मिले। यह बात इन्वेस्टर मीट में आए माइक्रो सॉफ्ट इंजीनियर एंड इन्वेस्टर योगेश कोचर ने कही। उन्होंने कहा कि होम स्टे को बढ़ावा देकर प्रदेश में राजस्व कमाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीएसटी के चलते जो इनपुट टैक्स क्रेडिट लेने वाली इंडस्ट्री हैं उन इंडस्ट्रीज को अवॉयड करना चाहिए और जिन इंडस्ट्रीज को इनपुट टैक्स क्रेडिट यहां से मिल जाता है तो उन इंडस्ट्रीज को यहां लाना चाहिए। जहां तक टूरिज्म का सवाल है हिमाचल इतनी सुंदर और मनोहरम जगह है। जहां पर घर-घर में गांव-गांव में एक होम स्टे की परंपरा चालू कि जाए तो बहुत लोग हैं, जो कमाई के लिए बाहर जाते हैं, उन्हें यहीं पर काम मिल सकता है और यहां आने वाले पर्यटकों को प्रदेश की संस्कृति से रुबरु होने का मौका मिलेगा।
छोटे-छोटे गांवों में होम स्टे को बढ़ावा दिया जाना चाहिए, तो बाहर से आकर भी लोग इस दिशा में कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि कई ऐसी एजेंसियां हैं, जो लोगों को होम स्टे संचालन के संंबंध में ट्रेनिंग दे सकती हैं। कोई भी व्यक्ति अपने घर के एक कमरे को कम से कम खर्च करके होम स्टे के लिए सजाकर इस कारोबार में जुट सकता है। साजो-सजावट इस तरह से की जाए कि पहाड़ी संस्कृति की झलक देखने को मिले, जिससे पर्यटक होम स्टे में ठहरने को आकर्षित हों। उन्होंने कहा कि यदि इन्वेस्टर में टूरिज्म के साथ होम स्टे को भी प्रमोट किया जाता तो इससे भी अच्छे परिणाम सामने आ सकते थे।