Edited By Kuldeep, Updated: 07 Feb, 2025 06:00 PM
![hamirpur paper tampering case hearing](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_18_00_152080977court-ll.jpg)
हमीरपुर स्थित चयन आयोग में पोस्टकोड 928 (स्टैनोग्राफर) के पेपर टैम्परिंग मामले में नामजद चल रही उमा आजाद ने एंटीसिपेटरी बेल (अग्रिम जमानत) की याचिका दायर कर दी है।
हमीरपुर (अजय): हमीरपुर स्थित चयन आयोग में पोस्टकोड 928 (स्टैनोग्राफर) के पेपर टैम्परिंग मामले में नामजद चल रही उमा आजाद ने एंटीसिपेटरी बेल (अग्रिम जमानत) की याचिका दायर कर दी है। सैशन कोर्ट ने इस याचिका को लेकर 19 फरवरी को सुनवाई रखी है। इस बीच विजीलैंस विभाग भी इस पूरे मामले का स्टेटस कोर्ट में रखेगा। इस मामले में नामजद चल रही उमा आजाद ने गिरफ्तारी से बचने के लिए यह याचिका दायर की है। इस मामले को लेकर विजीलैंस ने भी अपनी कार्रवाई और छानबीन तेज कर दी है।
बता दें कि वर्ष 2022 में ली गई पोस्ट कोड 928 (स्टैनोग्राफर) के पेपर में टैंपरिंग के सुबूत मिलने के उपरांत विजीलैंस ने पिछले माह करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। उमा आजाद, नितीश कुमार, श्वेता राणा, जितेंद्र कुमार, सुरेंद्र शर्मा, मदन लाल, रमेश चंद, किशोरी लाल, युद्धवीर सिंह व गोपाल दास के खिलाफ यह एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। वर्ष 2022 में पोस्ट कोड 928 के 66 पदों के लिए ली गई इस परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों की ओएमआर शीटों पर फल्यूड लगाकर उनसे छेड़छाड़ करके कुछ अभ्यर्थियों को लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया था।
इसके अलावा विजीलैंस ने इस परीक्षा में स्किल टैस्ट में भी गड़बड़ी होने का खुलासा किया था। इससे पहले भी उपरोक्त अभियुक्तों में से अधिकांश अभियुक्त पेपर लीक मामले में हुईं अलग एफआईआर में नामजद होने की वजह से हवालात जा चुके हैं, क्योंकि इसमें विजीलैंस अभी तक 15 एफआईआर दर्ज करवा चुका है। अब 19 फरवरी को माननीय कोर्ट तय करेगा कि उमा आजाद को अग्रिम जमानत मिलेगी या नहीं। यह सुनवाई उमा आजाद के साथ ही नामजद चल रहे बाकी अभियुक्तों के लिए भी काफी अहम होगी।
मामले की पुष्टि एसपी विजीलैंस कुलभूषण शर्मा ने की है। उन्होंने बताया कि पोस्ट कोड 928 पेपर टैम्परिंग मामले में अभियुक्त उमा आजाद ने एंटीसिपेटरी बेल के लिए अर्जी लगाई है। उन्होंने बताया कि 19 फरवरी को यह सुनवाई होगी। इस मामले में विजीलैंस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।